Bihar: बिहार के सारण जिले के पानापुर थाना के थानाध्यक्ष और पुलिस अवर निरीक्षक, विश्व मोहन राम को वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने कर्तव्य में लापरवाही के कारण निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई पानापुर थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव के एक व्यक्ति के लापता होने के मामले में उचित कार्रवाई न करने के बाद की गई है. पुलिस अधीक्षक ने उनसे 7 दिन के भीतर स्पष्टीकरण भी मांगा है और यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो आगे विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
घटना का विवरण
चार अप्रैल को पकड़ी गांव निवासी नागेंद्र सिंह ने अपने पुत्र सुरेश सिंह के लापता होने की रिपोर्ट पानापुर थाने में दर्ज कराई थी. मामले में लापरवाही के चलते लगभग नौ दिनों बाद, मशरख थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव बरामद हुआ, जिसे बाद में सुरेश सिंह के रूप में पहचान लिया गया.
पानापुर थानाध्यक्ष द्वारा इस मामले में समुचित जांच और अनुसंधान न करने, और स्थानीय जानकारी जुटाने में विफल रहने के कारण मामले का त्वरित समाधान नहीं हो सका. इस लापरवाही से पानापुर में आक्रोश फैल गया और 20 अप्रैल को स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर यातायात बाधित कर दिया, जिससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई.
आक्रोश और अविश्वास का माहौल
पानापुर थानाध्यक्ष की लापरवाही ने जनता में उनके प्रति अविश्वास और आक्रोश पैदा किया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), शिखर चौधरी ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की. इस पर वरीय पुलिस अधीक्षक ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पुलिस लाइन वापस भेज दिया.
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जीरो टॉलरेंस नीति
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि सारण जिला पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अवैध कार्यों में संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. उन्होंने आम जनता से अनुरोध किया कि अवैध कार्यों के बारे में सूचना देने के लिए आगे आएं, ताकि ऐसे कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.