छपरा. छपरा शहर में इन दिनों भीषण गर्मी के साथ-साथ बिजली संकट ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. शहर के आम नागरिकों से लेकर प्रशासनिक कार्यालयों, मंडलकारा और वहां बंद कैदियों तक सभी इस बिजली संकट से प्रभावित हो रहे हैं. शहर के वार्ड संख्या 17 में स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक हो गयी है. बीते 24 घंटों में यहां तीन बार फ्यूज उड़ चुका है. हर बार बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर फ्यूज तो बदल देते हैं, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है. स्थानीय निवासी एवं वार्ड सदस्य के पुत्र गुड्डू सिंह ने बताया कि क्षेत्र में अलग ट्रांसफार्मर की मांग को लेकर बिजली विभाग को पहले ही आवेदन सौंपा गया है, लेकिन आज तक उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. जेल में उमस भरे हालात, कैदियों की तबीयत पर असर : बिजली संकट का असर मंडलकारा पर भी साफ दिख रहा है. जेल के अंदर एक बैरक में 50 से 60 कैदियों को रखा जा रहा है, जिससे अत्यधिक गर्मी और बिजली कटौती के कारण बैरकों में उमस भरा माहौल बन गया है. इससे कैदियों की तबीयत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. जेल अधीक्षक आरके सुमन ने बताया कि यदि जेल की विद्युत आपूर्ति को एक नंबर फीडर से जोड़ दिया जाये, तो यह समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है. इस संबंध में विभागीय स्तर पर अनुरोध भी किया गया है.
बिजली कंपनी ने बतायीं तकनीकी वजहें
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेज गर्मी के कारण ट्रांसफार्मरों पर अत्यधिक लोड बढ़ गया है, जिससे बार-बार फॉल्ट हो रहा है. इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में पुराने ट्रांसफार्मर और जर्जर केबलिंग भी बार-बार की बिजली बाधा का बड़ा कारण बने हुए हैं. बिजली की इस आंख-मिचौली से शहरवासी बेहद परेशान हैं. न तो उन्हें राहत मिल रही है और न ही बिजली विभाग की ओर से कोई स्थायी समाधान नजर आ रहा है. लोगों की मांग है कि गर्मी के इस मौसम में बिजली आपूर्ति को प्राथमिकता दी जाये और पुराने ट्रांसफार्मरों की जगह नए व उच्च क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगाए जायें.
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