छपरा. बिहार राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के निर्णय के आलोक में मंगलवार को सारण समाहरणालय परिसर में जिले भर के लिपिकों ने जोरदार प्रदर्शन किया. वे लिपिकों को जिला से स्टेट कैडर में शामिल किये जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने इस सरकारी निर्णय को काला प्रस्ताव बताते हुए उसका पूरजोर विरोध किया. उन्होंने काले बिल्ले लगाकर कार्यालयों में काम करते हुए अपना आक्रोश जताया. इस प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के सचिव एवं बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष मुकुंद मोहन श्रीवास्तव ने किया. उन्होंने बताया कि यह विरोध राज्य नेतृत्व के आह्वान पर आयोजित किया गया है और जिले के सभी अंचल, प्रखंड तथा अनुमंडलों के लिपिक इसमें शामिल हैं. महासंघ के प्रमंडलीय सचिव उपेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि यदि सरकार ने कर्मचारियों की सभी न्यायसंगत मांगों को शीघ्र स्वीकार नहीं किया, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी. इस विरोध प्रदर्शन में जिले के विभिन्न अंचलों एवं कार्यालयों के सैकड़ों लिपिकों ने भाग लिया. इस दौरान सतीश कुमार, राजेश गुप्ता, हंसनाथ मांझी, अजय सिंह, सुधा कुमारी, प्रवीण कुमार, दुर्गेश सिंह, सोहन शर्मा, अवनीश श्री, निखिल कुमार, राहुल कुमार, राजन कुमार, प्रेम कुमार, प्रभु सिंह, मणिभूषण रंजन, अरविंद मिश्रा, मो. इरफान, सूरज कुमार, हृदय रंजन, भोला शंकर, रजनीश कुमार, रणविजय सिंह, कमल कुमार (सोनपुर), अरुण तिवारी, विनोद प्रसाद, दुजा सिंह (मढ़ौरा), शुभम सुशील, सम्मिउल्ला, निधि सिंह (तरैया), वीर कुंवर सिंह (मांझी), अनिल सिंह, केशव शरण, संजीव चौरसिया, जयप्रकाश, नरेश कुमार (पानापुर), नंदकिशोर प्रसाद (परसा), इर्शाद अहमद (इसुआपुर), शुभम सिंह, उत्तम सिंह (गड़खा), सिद्धांत कुमार, राजू कुमार (मकेर), वेदप्रकाश (जलालपुर) सहित अनेक लिपिक शामिल रहे.
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