नगरा. प्रखंड क्षेत्र के नगरा पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 19 और 20 में स्थित टोला गांव की मुख्य सड़क आज बदहाली का प्रतीक बन चुकी है. हल्की बारिश में भी यह मार्ग जलजमाव और कीचड़ से भर जाता है, जिससे ग्रामीणों, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
यह गांव में प्रवेश का एकमात्र मुख्य मार्ग है, लेकिन जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण यह सड़क बारिश के दौरान जलमग्न हो जाती है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीण सड़क योजना के तहत वर्षों पहले सड़क का निर्माण ढाल में ही कर दिया गया था, जिससे हर बरसात में यही हालात उत्पन्न होते हैं.जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर फूटा आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सड़क की मरम्मत और नाला निर्माण की मांग की, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. रघुनंदन महतो, राजेश्वर साह, बीरेंद्र महतो, केदार महतो, श्रीराम कुमार, सतेंद्र कुमार, रोहित कुमार, मुरारी महतो समेत कई लोगों ने कहा कि जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय ही गांव में नजर आते हैं. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आगामी चुनावों में मतदान का बहिष्कार करेंगे. एक ग्रामीण ने नाराजगी जताते हुए कहा, जब तक सड़क से पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक हम मतदान नहीं करेंगे.ग्रामीणों ने प्रशासन और जन प्रतिनिधि से की मांग, जल्द बने नाला
ग्रामीणों की एकमात्र मांग है कि सड़क किनारे जल्द से जल्द नाले का निर्माण किया जाए,जिससे बारिश के पानी की निकासी हो सके और ग्रामीणों को राहत मिले. अगर समय रहते प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इस दिशा में पहल नहीं की, तो यह मुद्दा आगामी पंचायत या विधानसभा चुनाव में बड़ा सवाल बन सकता है. साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि भी दरकिनार करके चल रहे है ,सड़क निर्माण करा दिया गया लेकिन जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं करायी गयी जिससे बारिश का पानी पूरे सड़क पर ही जमा हो जाता है और इस पर कोई ध्यान नहीं देता है.क्या कहते हैं स्थानीय ग्रामीण
हम लोग हर साल बरसात में इसी परेशानी से जूझते हैं. सड़क पर पानी भर जाता है. कीचड़ में बच्चों और बुजुर्गों का निकलना मुश्किल हो जाता है. कई बार जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गयी, लेकिन आज तक कोई देखने नहीं आया. उन्होंने कहा कि गांव के लोग अब जागरूक हो चुके हैं और वे सड़क और जल निकासी की व्यवस्था पूरी होने तक चुप नहीं बैठेंगे. गुंजन कुमार, नगरा के टोलाबरसात शुरू होते ही हमारा जीवन नरक बन जाता है. अगर कोई बीमार हो जाए, तो अस्पताल तक ले जाना मुश्किल हो जाता है. हमने कई बार शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई. अब अगर कोई नहीं सुनता तो हम अपना वोट नहीं देंगे.राजेश्वर साह, नगरा के टोला. यह सड़क हमारे गांव का मुख्य रास्ता है और हर साल बरसात में यही हालत होती है. स्कूल जाने वाले बच्चों, मरीजों और दिहाड़ी मजदूरों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है. कोई जनप्रतिनिधि इस गांव की सुधि लेने नहीं आते है.
धनंजय कुमार, नगरा के टोला. नगरा के टोला गांव की सड़क और जलनिकासी की समस्या वाकई गंभीर है. मैंने खुद हालात देखे हैं. जल्द ही इसे लेकर अधिकारियों से बात करूंगा और समाधान के लिए दबाव बनाऊंगा. यह सिर्फ विकास का मुद्दा नहीं, लोगों की ज़रूरत और अधिकार का सवाल है. मैं ग्रामीणों के साथ खड़ा हूं. जल्द से जल्द समस्या का समाधान के लिए कार्य किया जायेगा.मो रेयाजुद्दीन, नगरा
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