सोनपुर. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर देश के विभिन्न प्रांतो से लोक सेवा आश्रम में पहुंचे शिष्यों को संबोधित करते हुए संत विष्णु दास उदासी मौनी बाबा ने कहा कि गुरु और शिष्य के मिलन का पवित्र दिन है. हरिहर क्षेत्र सोनपुर एक ऐसी पावनभूमि जहां अनेक धार्मिक अध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ साथ स्थानीय परंपराएं है. यहां के निवासियों के लिए गुरु का परम महत्व माना गया है. गुरु शिष्य की ऊर्जा को पहचानकर उसके संपूर्ण सामर्थ्य को विकसित करने में सहायक होता है. आज देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में रहने वाले सनातनी गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व मनाने के साथ साथ अपने अपने गुरुओं को नमन किया. गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर हमें सन्मार्ग दिखाने वाले, हमारे अंदर धर्मरक्षा का जज्बा पैदा करने वाले समस्त गुरुओं को नमन वंदन करना है तथा आखिरी समय तक धर्मरक्षा करते रहने का संकल्प लेता है. हिंदू संस्कृति में गुरू को देव तुल्य माना जाता है. मौके पर भक्त आरके सिंह देवी सिंह प्रकाश साहू सुरेश यादव सभी झांसी अश्रुत कुमार गौतम, सत्यनारायण सिंह अमरेश कुमार जनक दुलारी अराधना कुमारी सुबोध कुमार सिंह, विश्वनाथ सिंह, अभय कुमार सिंह, सुनील कुमार यादव अवधकिशोर शर्मा नित्यानंद सिंह बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए आश्रम में आये सभी भक्तों को प्रसाद ग्रहण कराया गया.
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