दाउदपुर (मांझी)
दाउदपुर थाना क्षेत्र के कोहड़ा गांव निवासी भुटेली खान का शव सऊदी अरब में हुई दुर्घटना के पांच महीने बाद गांव पहुंचा, तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया. शव देखने के लिए गांव में भीड़ उमड़ पड़ी और पूरे माहौल में गम और शोक की लहर दौड़ गयी. 52 वर्षीय भुटेली खान, स्वर्गीय अजीज खान के पुत्र थे. वह सऊदी अरब की नेसमा पार्टनर कंस्ट्रक्शन कंपनी में राजमिस्त्री के रूप में कार्यरत थे. उसी के तहत वह अरामको कंपनी के निर्माण कार्य में शामिल थे. 28 जनवरी 2025 को, कार्यस्थल पर ही कंपनी की एक वाहन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी थी. भुटेली खान की मौत के बाद शव को भारत लाने में करीब पांच महीने लग गये. दिल्ली स्थित भारतीय दूतावास से आवश्यक कागजी कार्यवाही में करीब डेढ़ महीना लगा. इसके बाद सऊदी प्रशासन द्वारा कानूनी प्रक्रिया में साढ़े तीन महीने का समय लग गया. इन प्रक्रियाओं के पूर्ण होने के बाद कंपनी द्वारा शव को भारत भेजा गया, जिसे पटना एयरपोर्ट पर परिजनों और रिश्तेदारों ने रिसीव किया और कोहड़ा गांव लाया गया. मृतक की पत्नी नगमा बेगम ने भारत सरकार और बिहार सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है. उनका कहना है कि पति की मृत्यु के बाद परिवार के समक्ष भरण-पोषण का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है.
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