छपरा (कोर्ट). बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध गुरुवार को जिला न्यायालय परिसर में एक शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर न्यायिक पदाधिकारियों एवं न्यायिक कर्मियों ने नशा और नशीली दवाओं की अवैध तस्करी के खिलाफ एकजुट होकर शपथ ली. इस शपथ समारोह का नेतृत्व प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पुनीत कुमार गर्ग ने किया. उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और कर्मियों को शपथ दिलाई कि हम कभी भी नशीली दवाओं के दुरुपयोग या अवैध तस्करी में संलिप्त नहीं होंगे, न ही अपने परिजनों या परिचितों को ऐसा करने देंगे. हम अपने कार्यस्थल को नशा और तस्करी से मुक्त रखेंगे तथा सहयोगियों को भी इसके प्रति जागरूक करेंगे. शपथ के बाद अपने संबोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गर्ग ने कहा कि सात दिसंबर 1987 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव पारित कर प्रत्येक वर्ष 26 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया था. इस दिन का उद्देश्य नशे के दुष्प्रभाव और इससे होने वाली सामाजिक-आर्थिक क्षति के प्रति लोगों को जागरूक करना है. इस अवसर पर परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश दीपक कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ब्रजेश कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी, मुख्य न्याय रक्षक पूर्णेन्दु रंजन सहित न्यायालय के सभी अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.
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