दरियापुर. प्रखंड के पोझी गांव में ऋतंभरा प्रज्ञा आश्रम गायत्री शक्तिपीठ के तत्वावधान में एक दिवसीय एक कुंडीय गायत्री यज्ञ का भव्य आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का नेतृत्व बबीता देवी ने किया, जबकि मुख्य यजमान के रूप में छोटेलाल राय व बबीता देवी उपस्थित रहे. कार्यक्रम की शुरुआत गुरुवंदना और मातृवंदना के साथ हुई, जिसके बाद वैदिक विधि-विधान से यज्ञ संपन्न कराया गया. यज्ञ संचालन सद्गुरु मुकेश ऋषि ने किया. इस अवसर पर अपने प्रेरणादायक संबोधन में सद्गुरु मुकेश ऋषि ने कहा कि आज हर घर में पूजा-अर्चना होती है, लेकिन अधिकतर लोग पूजा का सही अर्थ नहीं जानते. उन्होंने कहा, पूजा का मतलब केवल मंत्रोच्चारण नहीं, बल्कि प्रेम, सहयोग, आदर और सत्कर्म की भावना को अपनाना है. जब तक घर-परिवार में एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सम्मान नहीं होगा, तब तक पूजा अधूरी मानी जायेगी. उन्होंने यज्ञ को देव संस्कृति का मूल बताते हुए कहा कि यज्ञ का वास्तविक स्वरूप त्याग, बलिदान, अनुशासन, प्रेम और परमार्थ हैय गायत्री यज्ञ से न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि यह आत्मा को भी शांति और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है. यज्ञ में बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रद्धा और उत्साह के साथ शामिल हुए. प्रमुख उपस्थित लोगों में सीता देवी, अनिता देवी, गीता देवी, पुतुल कुमारी, रमपरिया देवी, सोनम कुमार, प्रिंस कुमार, निधि कुमारी, डींपल कुमारी, सोनाली कुमारी, कुन्दन कुमार, छोटक कुमारी, बिक्रम कुमार, कविता देवी और उषा देवी का नाम उल्लेखनीय रहा.
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