छपरा. इन दिनों भीषण गर्मी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. मंगलवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री रहा. तापमान में लगातार वृद्धि के चलते ब्रेन स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, पेट दर्द, बुखार के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय अस्पताल प्रशासन सतर्क हो गया है और मरीजों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं. मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर यूनिट के तीसरी मंजिल पर 19 बेड का विभाग बनाया गया है, जहां ब्रेन स्ट्रोक से प्रभावित मरीजों को तुरंत भर्ती कर इलाज उपलब्ध कराया जायेगा.
अस्पताल प्रबंधन ने दवाओं समेत अन्य सभी आवश्यक चिकित्सीय सुविधाएं पहले से ही तैयार कर ली हैं. अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि हीटवेव की चपेट में आकर 25 से 30 मरीज इमरजेंसी विभाग में आ रहे हैं. कई मरीजों को प्रारंभिक उपचार के बाद घर भेज दिया जा रहा है. वहीं जिनकी स्थिति गंभीर हो रही है. उन्हें इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है.अस्पताल में इन सुविधाओं का रखा जा रहा ख्याल
बेड पर चादर के साथ-साथ आने वाले मरीज की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कमरे को पूरी तरह से वातानुकूलित कर दिया गया है. इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि गर्मी के मद्देनजर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए समुचित व्यवस्थाएं की गयी हैं. जिससे किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निबटा जा सके. विदित हो कि कुछ दिन पहले गड़खा थाना क्षेत्र के जोगिंदर राय की सड़क पर गिरने से मौत हो गयी थी. जिसकी वजह ब्रेन स्ट्रोक बतायी जा रही है. यह घटना गर्मी के बढ़ते खतरे को दर्शाती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो अत्यधिक गर्मी के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें, अधिक से अधिक पानी पीएं और धूप में काम करने से पूर्व आवश्यक सावधानियां जरूर बरतें. बच्चे व बुजुर्ग को धूप में बाहर नहीं निकलने दें. ब्रेन स्ट्रोक्स व हीट वेव से बचाव को लेकर लोगों को भी जागरूक रहना पड़ेगा.धूप में शरीर को ढककर रखें
जब भी धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें और धूप से बचें. इसके लिए ध्यान रखना जरूरी है कि जब भी आप धूप में जा रहे हैं तो माथे व आंखों को ढककर रखें. आंखों के लिए चश्मे और सिर के लिए कपड़े या टोपी का इस्तेमाल करें. साथ ही अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह पर जाने से बचें. माथे पर अचानक से कड़ी धूप लगने से स्ट्रोक का खतरा बना रहता है. ब्लड प्रेशर के मरीजों को इस दौरान काफी एहतियात बरतने की जरूरत होती है. धूप से आकर तुरंत एसी में ना बैठे हैं. वहीं एसी से निकलकर भी तुरंत कड़ी धूप में ना जायें.डॉ राजेश रंजन, चिकित्सकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है