छपरा. सावन शुरू होने वाला है. ऐसे रोजाना शहर के विभिन्न मंदिरों में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी. लेकिन, इस समय शहर के अधिकतर प्राचीन मंदिरों तक जाने वाली सड़कें बदहाल हैं.
कई जगहों पर विभिन्न निर्माण कार्यों की वजह से सड़क को तोड़ा गया है. इन जगहों पर मेंटेनेंस नहीं किया गया है. शहर के ऐतिहासिक धर्मनाथ मंदिर जाने के लिए थाना रोड से होकर जाने वाली सड़क बदहाल है. जलजमाव की समस्या से भी लोग महीनों से परेशान हैं. हालांकि बीते कुछ दिनों से बारिश नहीं हुई है. ऐसे में जिन जगहों पर कीचड़ जमा था वह अब सूख चुका है. इससे लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. लेकिन, यदि इस बीच मूसलाधार बारिश हो जाती है, तो फिर से इन सड़कों पर चलना दूभर हो जायेगा. शहर के प्राचीन उमानाथ मंदिर के पास भी कचरा डंप होता है. यहां तक आने वाली कई सड़कें जर्जर हैं. यदि बारिश हो गयी, तो सड़क कीचड़ में तब्दील हो जायेगी. इससे और अधिक परेशानी होगी. कटहरी बाग रोड में भी कई जगह जलजमाव है. यहां पर भी कई प्रमुख शिवालय मौजूद हैं. वहीं, मौना रोड में भी तीन-चार प्रमुख शिवालय हैं. इस रोड में सालों भर जलजमाव की समस्या रहती है. लेकिन, निकासी के इंतजाम नहीं किये गये हैं. दहियावां, तेलपा आदि इलाकों में भी कई जगहों पर सड़क जर्जर है, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है.कई जगहों पर मंदिर जाने वाले रूट में डंप है कचरा
विभिन्न निर्माण कार्यों के कारण प्रमुख मंदिरों तक जाने वाली सड़क तो जर्जर है ही. इसके अलावा शहर में मंदिर व शिवालयों तक जाने वाली सड़कों के आसपास कई जगहों पर कूड़ा-कचरा डंप किया गया है. मौना सांढ़ा रोड में दो-तीन जगह कचरा डंप है. वहीं, यहां खनुआ नाला भी भरा हुआ है. इसके अलावा सरकारी बाजार व सोनारपट्टी के इलाकों में कचरा डंप हुआ है. धर्मनाथ मंदिर के निचली रोड में भी कुछ जगहों पर कचरा डंप है. हालांकि मेयर लक्ष्मी नारायण गुप्ता के निर्देश पर कई जगहों पर मंदिरों के आसपास साफ-सफाई करायी गयी है. लेकिन अब भी कुछ ऐसी जगह है, जहां कचरा फैला हुआ है. इधर छपरा नगर निगम की डिप्टी मेयर रागिनी देवी ने कहा कि गत एक सप्ताह से शहर में युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है. जितने भी धार्मिक स्थल तक जाने वाले मार्ग हैं, वहां साफ-सफाई करायी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है