छपरा. छपरा जंक्शन पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में क्लास वन स्टेशन मे शुमार है. लेकिन, मूलभूत सुविधाओं का अब भी अभाव बना हुआ है. प्रतिदिन लाखों यात्रियों की आवाजाही इस स्टेशन से होती है. उसके बाद भी यात्री सुविधाओं की कमी है. स्टेशन पर अब तक एसी वेटिंग हॉल का निर्माण नहीं हो पाया है, जिससे एसी कोच में यात्रा करने वाले रिजर्वेशनधारी यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. प्लेटफार्म पर घंटों इंतजार करने वाले यात्री धूप और उमस में किसी ठंढी जगह की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आते हैं. यात्रियों का कहना है कि स्टेशन पर सफाई, पीने के पानी और बैठने की समुचित व्यवस्था के साथ एक वातानुकूलित प्रतीक्षालय (एसी वेटिंग हॉल) की अत्यंत आवश्यकता है.
अधिकारियों के लगातार हो रहे दौरे, लेकिन समाधान नहीं
विदित हो की इन दिनों रेलवे के तमाम आला अधिकारी जंक्शन का निरीक्षण भी कर रहे हैं. इस दौरान विधि-व्यवस्था और बुनियादी व्यवस्था को अपडेट भी किया जा रहा है, लेकिन हैरानी की बात है कि एसी वेटिंग हॉल जैसे जरूरी मुद्दे पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है. रेल प्रशासन इस विषय पर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है, जिससे यात्रियों में नाराजगी बढ़ रही है. कई बार सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रेलवे प्रशासन से छपरा जंक्शन पर जल्द से जल्द एसी वेटिंग रूम के निर्माण की मांग की थी. लेकिन अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है. लोगों का कहना है कि अगर छपरा जंक्शन को भविष्य में मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करना है तो यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं देनी चाहिए. छपरा जैसे व्यस्त स्टेशन पर प्रतीक्षालयों का अभाव यात्रियों की परेशानी बढ़ा रहा है. —- सौ शब्द का वर्जन आयेगाण…डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है