इ-चालान और एमवी टैक्स का किया कलेक्शन, पर रुपये नहीं किये सरकारी खजाने में जमा सीएजी की रिपोर्ट से हुआ खुलासा, नोटिस के बावजूद नहीं पहुंचे गबन के आरोपित, तो डीटीओ ने करायी प्राथमिकी फोटो-27- डीटीओ कार्यालय में मामले की जांच करती पुलिस. प्रतिनिधि, सासाराम कार्यालय जिला परिवहन कार्यालय के चार कर्मचारी राजस्व के 2.20 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गये हैं. इसका खुलासा सीएजी की रिपोर्ट से हुआ, तो परिवहन विभाग के होश उड़ गये. कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया, लेकिन इसका जवाब नहीं दिया. इसको लेकर विभाग के कहने पर डीटीओ रामबाबू ने सोमवार को नगर थाने में एफआइआर दर्ज करायी. इसके बाद पुलिस मंगलवार को डीटीओ कार्यालय में पूछताछ करने पहुंची थी, तब यह मामला सार्वजनिक हुआ. इस संबंध में डीटीओ ने बताया कि चार कर्मचारियों के विरुद्ध गबन की नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इन कर्मचारियों ने एमवी टैक्स और इ-चालान के रुपये सरकारी खजाने में जमा नहीं कराये. महालेखाकार की ओर से सरकारी खजाने में एमवी टैक्स व इ-चालान के रुपये जमा नहीं करने की सूचना दी गयी. इस सूचना पर चार कर्मचारियों डाटा इंट्री ऑपरेटर अक्षय कुमार, अजय कुमार, अनिल कुमार और प्रोग्रामर अनिल कुमार को नोटिस जारी किया गया था. लेकिन, चारों ने नोटिस का संतोष जवाब नहीं दिया. डीटीओ ने बताया कि नोटिस का सही जवाब नहीं मिलने पर डाटा इंट्री ऑपरेटर अक्षय कुमार व अजय कुमार पर करीब 1.75 करोड़ रुपये और डाटा इंट्री ऑपरेटर अनिल कुमार व प्रोग्रामर अनिल कुमार पर करीब 55 लाख रुपये के गबन की प्राथमिकी नगर थाने में दर्ज करायी गयी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद नगर थाना की पुलिस ने कार्यालय पहुंच जांच की. हालांकि, किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. इसके पीछे का कारण रहा कि चारों कर्मचारी वर्तमान समय में स्थानांतरित हो चुके हैं.
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