सासाराम ग्रामीण. भंवरवा के तोहरा संघ में जाई.. आवे के बेरिया बड़ा खुश होला.. दुअरा पे बाजेला बधाई.. जाए के बेरिया बड़ा दुख होला.. हंस अकेला उड़ जाई, एक दिन नदी के तीरे- जात रहनी धीरे-धीरे..रामा आंखी देखनी, सुंदर शशीरियां अगिया में जरेला ए राम… निर्गुण गीतों से लोग भाव भोर हो गये. इसके साथ लोगों की आंखों में आंसू छलकने लगे. वाक्या था बुधवार को शिवसागर प्रखंड के नौडिहा गांव में आयोजित कीर्तन व्यास स्व राजेंद्र तिवारी की नौवीं पुण्यतिथि का. यहां श्रद्धांजलि देने पहुंचे भजन गायकों ने निर्गुण गीतों को प्रस्तुत किये. इस आयोजन में लोक गायकों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से समां बांध दिया. इसके साथ लोक गायक मुनी बाबा ने भोजपुरी लोक गीतों को गाकर भोजपुरी की लोक संस्कृति की पूर्वी, निर्गुण आदि गीतों से भोजपुरी की समृद्ध विरासत से श्रोताओं को रू-ब-रू कराया. इस अवसर पर आये शुभचिंतकों ने कीर्तन व्यास को पुष्पांजलि अर्पित की. कीर्तन व्यास के पुत्र सुधीर तिवारी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. इसके साथ शांति पाठ व पूजा अर्चना की गयी. कीर्तन गायकों ने कहा कि श्रद्धांजलि सभा में कीर्तन व्यास को याद करते हुए भक्तजन भजन गाकर और उनकी स्मृति को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. मौके पर सुनील उपाध्याय, बैरिस्टर तिवारी, पुनीत पांडेय, रामचंद्र तिवारी, नागेंद्र तिवारी, बीरेंद्र तिवारी, लोक गीत गायक संतोष तिवारी, दीपक तिवारी, सुधीर तिवारी, सुनील तिवारी, सूर्यांश मधुकर, विकास दुबे, धनंजय पांडेय आदि शामिल थे.
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