सासाराम ऑफिस. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सासाराम नगर इकाई ने रविवार को प्रेसवार्ता की, जिसमें नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक चयन में धांधली का मामला दोबारा उठाया. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक सूरज सिंह ने कहा कि नेहरू युवा केंद्र का उद्देश्य युवाओं के व्यक्तित्व विकास और राष्ट्र निर्माण में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करना है. यह केंद्र भारत सरकार के युवा व खेल मंत्रालय के अधीन कार्यरत सबसे बड़ा युवा संगठन है, जिसमें प्रत्येक दो वर्ष में युवाओं का चयन स्वयंसेवक के रूप में किया जाता है. लेकिन, इस वर्ष मंत्रालय द्वारा जिन्हें चयन की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी, उनके द्वारा कुछ अन्य के साथ मिलकर बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है. मंत्रालय द्वारा तय नियमों के विपरीत प्रत्येक प्रखंड से पैसे लेकर दो ऐसे युवाओं का चयन कर दिया गया है, जो अभी भी पढ़ाई कर रहे हैं. जबकि, एलिजिबिलिटी कंडीशन में साफ तौर पर कहा गया है कि वैसे स्वयं सेवक का चयन नहीं किया जाये, जो नियमित छात्र-छात्रा के तौर पर किसी संस्था में नामांकित हैं. यह न केवल राष्ट्रीय हितों के साथ धोखा है बल्कि समाज सेवा में समर्पित योग्य युवाओं के साथ अन्याय भी है. उन्होंने कई सवाल भी उठाये, जिनमें एक ही प्रखंड से एक ही परिवार के दो लोगों का चयन किया जाना व पैसे लेकर चयन करने वालों पर कार्यवाही क्यों नहीं होना भी शामिल था. सूरज सिंह ने कहा कि अगर इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो युवा चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने भारत सरकार, राज्य सरकार और जिला प्रशासन से स्वतः संज्ञान लेकर जांच की मांग की है. मौके पर एबीवीपी के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे.
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