जानकारी के अभाव में शादीशुदा जोड़े नहीं दे रहे लाभ के लिए आवेदन, हो रहे योजना से वंचित
अमझोर
.प्रखंड तिलौथू का सरैया ग्राम के रियाजु अंसारी दिव्यांग हैं. उनके पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी है. उन्हें दिव्यांगता का पेंशन भी मिलता है. अभी दो माह पहले रियाजु की शादी हुई है. पेंशन के अलावा सरकार से और क्या लाभ मिलता है. रियाजू को पता नहीं है. तभी तो शादी के दो माह बाद भी रियाजु ने अब तक नि:शक्त विवाह योजना का फॉर्म नहीं भरा है. फार्म भरा ही नहीं है. तो, निसंदेह उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा. रियाजु अकेले ऐसे दिव्यांगजन नहीं है. प्रखंड क्षेत्र में करीब 23 दिव्यांग हैं, जिनकी शादी होने के बावजूद उन्हें नि:शक्त विवाह योजना का लाभ इसलिए नहीं मिल सका कि उन्हें इस योजना की जानकारी ही नहीं है. तभी तो योजना लागू होने के छह वर्षों में इस योजना के लाभ के लिए किसी लाभुक ने आवेदन नहीं दिया है.छह वर्ष से राज्य में लागू है योजना
दिव्यांगजनों को उनकी शादी पर लाभ देने के लिए सरकार ने 2018 में नि:शक्त विवाह योजना की शुरूआत की थी. इस योजना के तहत शादीशुदा जोड़े में कोई एक दिव्यांग है, तो एक लाख रुपये और अगर पति-पत्नि दोनों दिव्यांग हैं, तो उन्हें दो लाख रुपये का अनुदान मिलेगा. लेकिन, अफसोजनक पहलू यह है कि प्रखंड में अभी तक किसी दिव्यांग ने इस योजना के लाभ के लिए आवेदन तक नहीं दिया है.नहीं चलाया गया जागरूकता अभियान
इस योजना को सफल बनाने के लिए जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया. अन्य योजनाओं के प्रचार में जिस तरह से रुचि दिखाई जाती है. इस योजना को दिव्यांग बना दिया गया है, जिसके कारण कोई लाभुक फॉर्म लेकर अब तक कार्यालय तक नहीं पहुंच पाया है. न कहीं प्रचार के लिए फ्लैक्स और न किसी बोर्ड पर इस योजना का उल्लेख है. जिसके कारण लोगों को पता ही नहीं है कि इस तरह की कोई योजना सरकार चला रही है.क्या कहते हैं अधिकारी
नि:शक्त विवाह योजना के लिए अब तक कोई आवेदन नहीं मिला है. योजना की जानकारी आम लोगों को हो इसके लिए प्रत्येक बैठक में जनप्रतिनिधियों व लोगों से अपने-अपने पंचायत में प्रचार प्रसार करने का आग्रह किया जाता है.– अंकिता जैन, बीडीओ, तिलौथू.
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