डेहरी नगर. डेहरी नगर थाना क्षेत्र के तार बंगला मोड़ स्थित बिजली कालोनी में गुरुवार की देर रात करीब नौ बजे अपराधियों ने हवाई फायरिंग कर भाग निकले. घटना स्थल से पुलिस ने तीन खोखा बरामद किया है. इस घटना में एक को बिजली विभाग के कर्मी को हिरासत में लिया है. घटना से दहशत का माहौल हो गया. लोग अपने घरों में दुबके रहे. जानकारी के अनुसार, गुरुवार की रात करीब नौ बजे बिजली विभाग के क्वार्टर में एक काला रंग की स्काॅर्पियो पर सवार होकर अपराधी प्रवेश किये. इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग कर भाग निकले. घटना की सूचना मिलते ही एएसपी सह एसडीपीओ वन अतुलेश झा व नगर थानाध्यक्ष शिवेंद्र कुमार दल बल के साथ पहुंचे. पूरे मामले की जानकारी ली. एफएसएल की टीम को बुलायी. एफएसएल की टीम द्वारा घटना स्थल से लेकर क्वार्टर के अंदर की जांच की व सबूतों को इकट्ठा किया. एएसपी सह एसडीपीओ ने बताया कि कुछ अज्ञात तत्वों ने हवाई फायरिंग की गयी है. पता चला है कि उक्त क्वार्टर सुनील कुमार के नाम पर एलोट था. क्वार्टर खाली था. वे कहीं दूसरी जगह रहते है. आसपास के लोगों का बयान लिया जा रहा है. तकनीकी अनुसंधान जारी है. इस मामले में पुलिस ने एक बिजली कर्मी को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ हो रही है. उसके बाद घटना का खुलासा हो सकता है. जांच के दौरान मिला शराब की खाली बोतल व आपत्तिजनक सामान जांच के दौरान एफएसएल टीम को उक्त बिजली कर्मी के नाम से एलोट क्वाट्रर के गेट के समीप की गयी हवाई फायरिंग में तीन खोखा व क्वार्टर के अंदर अंग्रेजी शराब की खाली बोतल व कंडोम बरामद किया है. हालांकि, उक्त बिजली कालोनी परिसर में कार्यपालक विद्युत अभियंता सहित कई बिजली अधिकारी रहते है. उक्त क्वार्टर से शराब की खाली बोतल व कंडोम मिलना कई सवाल खड़ा कर रहा है. हालांकि उक्त क्वार्टर का मेंटेनेंस रखरखाव देखकर लग रहा था कि किसी वरीय अधिकारी का क्वार्टर है. लेकिन, यह घटना किन कारणों से हुई है, यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा. डेहरी में किराये पर चलते हैं सरकारी क्वार्टर डेहरी शहर में किराये पर सरकारी क्वार्टर चलते है. गत गुरुवार की रात हुई बिजली विभाग के क्वार्टर में यह पहली घटना नहीं है. ऐसी पूर्व में भी घटनाएं हो चुकी हैं. डेहरी स्थित बिजली विभाग का क्वार्टर ही किराये पर नहीं बल्कि सिंचाई विभाग के कई क्वार्टर भी इस तरह के किराये पर चलते है. लेकिन, उसका कोई देखने वाला नहीं है. कुछ विभागीय अधिकारी जांच करते हैं. फिर उनके जाने के बाद वहीं हालात उन सरकारी क्वार्टरों की हो जाती है. इधर, बिजली विभाग के जेइ सुजीत कुमार ने बताया कि जिस बिजली कर्मी के नाम पर क्वार्टर एलोट है, वे किराया पर दिये थे या नहीं इसका प्रमाण नहीं मिला है. प्रमाण मिलने के बाद उक्त कर्मी के नाम पर एलोट क्वार्टर को रद्द करने के लिए विभाग को लिखा जायेगा. लोगों की माने तो बिजली कालोनी में कई ऐसे कर्मी है जो अपने नाम पर एलोट कराकर दूसरे कर्मी को दिये हैं.
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