सासाराम सदर. जिला में तीन दिनों तक लगातार बारिश के बाद अब करीब चार दिनों से चिलचिलाती धूप के साथ उमस भरी गर्मी शुरू है. रोपनी कार्य शुरु होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के अधिकतर लोग धूप में भी पूरे दिन खेतों में काम कर रहे हैं. इससे मौसम में बदलाव के कारण बच्चे, बुजुर्ग के साथ पुरुष-महिलाएं वायरल बुखार, मलेरिया, टाइफाइड से ग्रसित हो रहे हैं. ऐसे में सदर अस्पताल से लेकर जिला के प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मरीजों की संख्या सामान्य दिनों से करीब दोगुनी हो गयी है. एकाएक अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल की व्यवस्था भी चरमराने लगी है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ऐसे मरीजों के लिए सदर अस्पताल में इलाज के साथ भर्ती करने के लिए वार्ड बनाये गये हैं. लेकिन, संख्या अधिक होने से परेशानी हो रही है. बारिश शुरु होते ही स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई, जलजमाव वाले स्थानों पर पाउडर व केरोसिन तेल का छिड़काव करने हेतु फरमान जारी किया था. हालांकि, वर्तमान में डेंगू के मरीज तो नही मिले है, लेकिन लोग वायरल बीमारी के आगोश में आ रहे हैं. यह है बीमारी के कारण यह बीमारी शरीर का तापमान बढ़ने, उमस, शरीर में पानी की कमी, टाइट कपड़ा पहनने, धूप में काम करने के कारण उत्पन्न होती है. यही कारण है कि 17 जुलाई को 982, 18 जुलाई को 888, 19 जुलाई को 920 मरीजों ने ओपीडी में इलाज कराया है. तेज धूप व गर्मी के कारण यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहा है. ऐसे में इस बीमारी का लक्षण दिखते ही चिकित्सकों से सलाह लेकर सरकारी अस्पतालों में समय से इलाज कराएं. बुखार लगने पर ठंडे पानी से स्नान करना चाहिए. क्या कहते हैं सिविल सर्जन बदलते मौसम के कारण यह बीमारी आम है. इसको लेकर सदर अस्पताल अलर्ट है. अस्पताल में परामर्श इलाज के सहित इन बीमारियों से गंभीर मरीजों के लिए अलग वार्ड भी बनाये गये हैं. वायरल बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए अस्पताल में जांच व समुचित इलाज की व्यवस्था की गयी है. डॉ मणिराज रंजन, सिविल सर्जन रोहतास
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