प्रत्येक स्टेडियम की लागत लगभग 2 करोड़ 78 लाख रुपये होगी
दवनपुर में 13 करोड़ की लागत से बनेगा अत्याधुनिक मल्टी पर्पस हॉल, खेलों को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन
सासाराम ऑफिस.
जिले में खेलों के विकास को नयी दिशा देने की तैयारी तेज हो गयी है. मुख्यमंत्री खेल विकास योजना अंतर्गत करीब 12 करोड़ 46 लाख 8 हजार रुपए की लागत से जिले के छह प्रखंडों में फुटबॉल स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा. वहीं, खेलो इंडिया योजना के तहत 13 करोड़ रुपये की लागत से सासाराम के दवनपुर में एक अत्याधुनिक मल्टी पर्पस हॉल बनेगा. इन परियोजनाओं के पूरा होने से खेल सुविधाओं में वृद्धि होगी और खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा. वरीय उप समाहर्ता सह उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा विनय प्रताप ने बताया कि जिले में छह फुटबॉल स्टेडियम के निर्माण की स्वीकृति मिल गयी है. प्रत्येक स्टेडियम की लागत लगभग 2 करोड़ 78 लाख रुपये होगी. इन स्टेडियमों का निर्माण सासाराम प्रखंड के लेरूआं, चेनारी प्रखंड के स्वामी आत्म विवेकानंद जी महाराज प्लस टू स्कूल रेड़िया, रोहतास प्रखंड के तुंबा, राजपुर प्रखंड के हुसैनाबाद, नासरीगंज प्रखंड के अतमी और कोचस प्रखंड के सेमरियां में किया जायेगा.स्थानीय खिलाड़ियों को मिलेगा बड़ा लाभ
जिले के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए यह परियोजना मील का पत्थर साबित होगी. फुटबॉल स्टेडियम के निर्माण से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के युवा खिलाड़ियों को बेहतर अभ्यास और प्रशिक्षण के लिए मंच मिलेगा. अब उन्हें अन्य शहरों में जाकर सुविधाओं के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा.
मल्टी पर्पस हॉल होगा खेल गतिविधियों का केंद्र
विनय प्रताप ने बताया कि खेलो इंडिया योजना के तहत सासाराम के दवनपुर में 13 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला मल्टी पर्पस हॉल कई खेलों के आयोजन और प्रशिक्षण के लिए केंद्र बिंदु बनेगा. इस हॉल में इंडोर खेलों जैसे बैडमिंटन, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल आदि की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. फुटबॉल स्टेडियम और मल्टी पर्पस हॉल का निर्माण जिले में खेल प्रतिभाओं को निखारने में अहम भूमिका निभायेगा. इन सुविधाओं के कारण राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन संभव होगा. इसके साथ ही जिले के युवाओं को खेल के क्षेत्र में रोजगार और करियर की नयी राह मिलेगी.सरकार की पहल पर बढ़ रहा खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर
खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार की ओर से चलाये जा रहे योजनाओं का लाभ अब जिले के खिलाड़ियों तक पहुंच रहा है. विनय प्रताप की मेहनत और पहल की वजह से यह बड़ी परियोजना साकार हो रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी जिले के अन्य प्रखंडों में खेल सुविधाओं को विकसित करने की योजनाएं बनायी जायेगी.
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