प्रतिनिधि, चेनारी
चेनारी प्रखंड में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. बारिश होने के बाद यहां कई झरने बहने लगे हैं और युवा पहुंच रहे हैं. प्रखंड के दुर्गावती बांध स्थित वन विभाग के चेक पोस्ट से तीन किलोमीटर की दूरी पर काफी संख्या में लोग झरना का आनंद लेने पहुंच रहे हैं हैं. ऐसे स्थलों में दक्षिण भाग के आगे भुडली गांव के समीप, मल्हीपुर पंचायत स्थित शेरगढ़ किला के बगल में स्थित सहित आधा दर्जन से अधिक वाटरफॉल शामिल है. यहां लोग पिकनिक मनाने के ख्याल से पहुंच रहे हैं. पहाड़ व जंगल लोग सेल्फी ले रहे हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अनुभवनों को साझा कर रहे हैं. हालांकि इन जगहों का अब तक विकास नहीं हुआ है. अगर पर्यटन और वन विभाग इन जगहों का विकास करे तो आसपास के गांवों के लोगों को रोजगार भी मिल सकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात की शुरुआत होते ही वाटरफॉल पर नहाने को लेकर भीड़ लगी रहती है. बता दें कि चेनारी प्रखंड में पहले नक्सलवाद बड़ी समस्या थी. बाद में बादलगढ़ स्थित सीआरपीएफ कैंप खुलने व कार्रवाई की वजह से स्थिति में सुधार हुआ है. नक्सलियों का प्रभाव घटने और पुलिस व जिला प्रशासन की बढ़ती मौजूदगी के कारण ये इलाके अब लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. यहां जंगलों में कभी नक्सलियों का बसेरा हुआ करता था. वहीं जंगल अब लोगों को खूब भा रहा है. लोग अपने परिवार के साथ इन जंगलों में पिकनिक मनाने के लिए आते हैं. गौरतलब है कि बुधवार के अहले सुबह मूसलाधार बरसात ने पूरे जिले को पानी-पानी कर दिया. बीते दिन रविवार से ही बारिश से खेतों में पानी लग गया. बधार में पानी ही पानी का नजारा दिखाई दे रहा था. इधर, इस बरसात से पहाड़ी झरनों के मुंह भी खुल गये. पहाड़ से पानी नीचे सरक कर जिले के पहाड़ी नदियों में भी नदियों में भी उफान मारने लगा है. पहाड़ से गिरने वाले रसयना झरना, तुतुआईन झरनों में पानी का बहाव रफ्तार पकड़ चुका है. जिले की दुर्गावती नदी में भी पानी की लहरें बल खाने लगी हैं. ताल व पोखरों में भी पानी बढ़ गया है. जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है