सीतामढ़ी. नगर निगम के अस्तित्व में आने के बाद से नगर निगम के सभी 46 वार्डों में करोड़ों की लागत से कई छोटी-बड़ी योजनाओं का क्रियान्वयन कराया गया गया है. इन योजनाओं में पीसीसी सड़क, नाला, स्लैब, चबुतरा, कुंओं की उड़ाही व सौंदर्यीकरण इत्यादि अनेक छोटे-बड़े कार्य विभिन्न योजनाओं से करवाये गये हैं, लेकिन करवाये गये इन विकास कार्यों से स्थानीय नागरिक संतुष्ट नहीं हैं. यही कारण है कि नगर निगम में योजनाओं के गुणवत्ता विहीन क्रियान्वयन को लेकर असंतुष्टि जाहिर करते हुए स्थानीय नागरिकों द्वारा आये दिन नगर निगम से लिखित एवं मौखिक रूप से शिकायतें की जाती है. नगर आयुक्त के पास ऐसे काफी आवेदन हैं, जिसका नगर आयुक्त के पास एक ही जवाब होता है कि शिकायत की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जायेगी. आश्वासन के बाद भी जब जांच और कार्रवाई नहीं होती है, तो लोगों में नगर निगम प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश पनपता है.
इन योजनाओं पर खर्च किये गये हैं करीब 21 करोड़ रुपये
नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के नागरिकों की शिकायतों को देखते हुए नगर निगम के सभी 46 वार्डों में विभिन्न योजनाओं के तहत करवाये गये विकास कार्यों की जांच कराने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर शीघ्र ही कमेटी गठित की जायेगी. कमेटी द्वारा शहर के सभी वार्डों में जाकर विभिन्न योजनाओं के तहत करवाये गये विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जायेगा. कमेटी द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगे की उचित कार्रवाई की जायेगी. नगर आयुक्त पांडेय ने बताया कि मार्च 2023 से मार्च 2025 तक की सभी योजनाओं का भौतिक सत्यापन करवाया जायेगा. इस दौरान सभी 46 वार्डों में करीब 300 छोटी-बड़ी योजनाओं का क्रियान्वयन करवाया गया है. इन योजनाओं पर करीब 21 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. इनमें पीसीसी सड़क, नाला, स्लैब, पुलिया, कुंओं का सौंदर्यीकरण इत्यादि अन्य कार्य शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है