रीगा.
प्रखंड क्षेत्र के रेवासी गांव निवासी वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी राजा राम मंडल की 20 वीं पुण्यतिथि उनके निवास स्थान पर मनाई गई. रेवासी गांव आजादी की लड़ाई का प्रमुख केंद्र रहा है. जहां मथुरा मंडल जैसे क्रांतिकारियों को अंग्रेजों ने गोलियों से छलनी कर दिया था. महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन से प्रेरित मथुरा मंडल के प्रमुख साथी राजा राम मंडल थे. जिस समय रेवासी बाजार पर गोरा पलटन द्वारा मथुरा मंडल पर गोलियां बरसाई जा रही थी, उस समय राजा राम मंडल भी वही थे. किसी तरह बचकर वहां से निकले और मजबूत संगठन बनाने की दिशा में काम करना शुरू किया. उनका देहांत 27 जून 2005 को पैतृक गांव रेवासी में हुआ. पुण्यतिथि के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया. जिसमें उनके पुत्र पूर्व मुखिया रामजी मंडल, पतोहु पूर्व मुखिया ललिता मंडल, जोगी लाल मंडल, अनिल मंडल, गोपाल मंडल, गौतम गोस्वामी, भारत भूषण, जूही कुमारी, शिल्पी कुमारी, जुहू कुमारी व मुस्कान कुमारी समेत अन्य शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है