सीतामढ़ी. बिचौलियों के चक्कर में फंस कर गुरुवार की देर रात प्रसूता की मौत हो गची. हालत बिगड़ने पर शहर के अस्पताल रोड स्थित निजी अस्पताल से प्रसूता को हायर सेंटर रेफर किया गया था. मेहसौल चौक पहंंुचने पर उसने दम तोड़ दिया. उसकी पहचान मेहसौल निवासी युनूस मियां की पत्नी शाहिदा खातून के रूप में की गयी है. प्रसूता की मौत पर पहुंंचे बड़ी संख्या में परिजन व ग्रामीणों ने सदर अस्पताल के मुख्य गेट व निजी अस्पताल में पहुंचकर शव रखकर हल्ला हंगामा किया. सूचना मिलने पर नगर थाने की गश्ती टीम ने पहुंंचकर समझा बुझाकर हंगामा शांत किया. नगर थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर अबतक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में बिचौलियों द्वारा मरीजों को जबरन ले जाने को लेकर लिखित रूप से सीएस कार्यालय को जानकारी दी गयी है. सीएस डॉ अखिलेश कुमार ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
क्या है पूरा मामला
मो युनूस मियां गुरुवार को दोपहर 3.30 बजे प्रसव को लेकर पत्नी शाहिदा खातून को सदर अस्पताल पहुंचे थे. प्रसूता को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इसी बीच उसके परिजन सदर अस्पताल में सक्रिय दलालों के चक्कर में फंस गये. इससे पूर्व प्रसूता की जांच के बाद इमरजेंसी वार्ड से चिकित्सक द्वारा प्रसव वार्ड भेजा गया. इसी बीच दो-तीन लोग उस मरीज के साथ प्रसव वार्ड जाकर चिकित्सक से हायर सेंटर रेफर करा दिये. बाद में महिला मरीज को सदर अस्पताल के पास स्थित निजी अस्पताल ले गये. वहां इलाज व जांच के बाद हालत बिगड़ने पर चिकित्सक ने मुजफ्फरपुर हायर सेंटर रेफर कर दिया. मेहसौल चौक पहुंचने पर प्रसूता की मौत हो गयी.
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