डुमरा. पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट से संबंधित जिलास्तरीय समिति की बैठक शनिवार को समाहरणालय में आयोजित किया गया. इस दौरान डीएम रिची पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग व एवं एक्ट में निहित प्रावधान के अनुसार लिंग परीक्षण एक कानूनी अपराध है, जिसके अंतर्गत वैसे सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर जहां इस प्रकार का कार्य की सूचना प्राप्त होती है अविलंब कठोर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक अपराध व सामाजिक आपदा है. इसको लेकर डीएम ने सभी एसडीओ को निर्देशित किया है कि जिले में संचालित सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच करना सुनिश्चित करें. साथ ही लगातार छापामारी कर अवैध पाए गए अल्ट्रासाउंड व डायग्नोसिस सेंटर के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए न केवल उसे सील करें, बल्कि उनके विरुद्ध प्राथमिक भी दर्ज करना सुनिश्चित करें.
▪︎ निबंधित अल्ट्रासाउंड केंद्रों का रजिस्ट्रेशन
▪︎ अल्ट्रासाउंड कराने वाले रोगियों का नाम व पता— लिंगानुपात की स्थिति में सुधार लाना जरुरी
डीएम ने कहा कि जिले में लिंगानुपात की स्थिति में अपेक्षित सुधार लाने की दिशा में उक्त कदम उठाना अनिवार्य है. इसके लिए लिंग परीक्षण पर रोक लगाने के लिए लगातार छापामारी करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक कानूनी अपराध होने के साथ-साथ सामाजिक अपराध भी है, क्योंकि कन्या भ्रूण हत्या इसी तरह जारी रही तो हम एक दिन अपना परिवार समाज व यहां तक की अपनी नस्ल को भी खो देंगे. जिस दिन हम अपनी बेटियों को बेटों के बराबर समझने लगेंगे, उसी दिन कन्या भ्रूण हत्या अपने आप रुक जाएगी.— अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड मशीन सदर में होगा शिफ्ट
डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि पुपरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जो अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड मशीनें है उसे सदर अस्पताल में शिफ्ट किया जाए. साथ ही सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सेवा की उपलब्धता में वृद्धि की जाए. इस दौरान वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सह सद्स्य नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि लिंगानुपात में कमी वाले क्षेत्रों में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाना अपेक्षित होगा व विभिन्न सामाजिक संगठनों से सहयोग के लिए समन्वय स्थापित करते हुए लोगों के बीच व्यापक प्रचार प्रसार के माध्यम से समाज में जागरूकता लाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि सभी अल्ट्रासाउंड संस्थानों को लेकर एक उन्मुखीकरण कार्यक्रम कराया जा सकता है. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार, डीपीआरओ कमल सिंह, डीपीएम आसित रंजन व उपाधीक्षक डॉ सुधा झा समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है