डुमरा. किसानों को ससमय व सुगमता पूर्वक सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके, इसके लिए कृषि विभाग सभी किसानों का डाटा डिजिटल रूप से संग्रहित करने के लिए फार्मर रजिस्ट्री बना रही हैं. एग्रीस्टैक के तहत फार्मर रजिस्ट्री के पहले चरण में जिले के सभी अंचलों के दो-दो राजस्व गांव का चयन किया गया था, लेकिन अब जिले के 492 राजस्व गांव में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं. इसमें अबतक लगभग 14 हजार किसानों का एफ़आर किया गया हैं. इसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने वाले किसानों का फार्मर आईडी बनाया जा रहा हैं. बताया गया हैं कि इसके लिए गांव में आयोजित फार्मर रजिस्ट्री कैंप में किसान आधार कार्ड, जमीन संबंधी दस्तावेज व मोबाइल नंबर के साथ भाग लेंगे, जहां किसानों का पंजीकरण व ई-केवाईसी के साथ-साथ जमीन संबंधी दावा व ई-हस्ताक्षर की प्रक्रिया करना होगा.
–निगरानी के लिए प्रखंडों में गठित कार्यान्वयन दल
कृषि विभाग ने किसानों के साथ समन्वय स्थापित कर उनके सहयोग के लिए प्रखंडों में कार्यान्वयन दल का गठन किया हैं. जिसमें बीडीओ को सह अध्यक्ष तो सीओ को अध्यक्ष बनाया हैं. मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित कर इस कार्य के प्रगति की जिम्मेवारी बीडीओ को सौंपा हैं. वहीं भूमि दावा से संबंधित प्राप्त होने वाली शिकायतों का निवारण की जिम्मेवारी सीओ को सौंपा गया हैं.
फार्मर रजिस्ट्री में भूमि संबंधित समस्याओ के समाधान करने व इसके सफल कार्यान्वयन को लेकर डीएम की अध्यक्षता में जिला डिजिटल कृषि कोषांग का गठन किया गया हैं. जिसमे अपर समाहर्ता को नोडल अधिकारी व डीएओ को सद्स्य सचिव नामित किया गया हैं. वहीं डीडीसी, डीपीआरओ, सभी एसडीओ, डीसीएलआर व डीआईओ समेत कृषि विभाग के सभी सहायक निदेशकों को सद्स्य नामित किया गया हैं.
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