सीतामढ़ी. जिले में पांच ओपी को थाना का दर्जा प्राप्त हुआ था. लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से एफआईआर दर्ज करने का अधिकार नहीं दी गयी थी. लेकिन वरीय अधिकारी के पहल के बाद 1 अप्रैल 25 से सभी थाना का दर्जा प्राप्त थाने में थानाध्यक्ष के द्वारा एफआईआर दर्ज की जा रही है. विदित हो कि जिले के पांच नव घोषित थाना, मिट्ठा, बोखड़ा, गाढ़ा, भुतही, मेहसौल व ट्रैफिक थाना को एफआईआर करने का हक मिल गया है. ट्रैफिक डीएसपी दीपक कुमार ने बताया कि थाने में कोई आवेदन नहीं आने से एफआईआर दर्ज नहीं करायी गयी है. भिट्टा थाना प्रभारी रविकांत कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल 25 से एफआईआर दर्ज करने की बात कही गयी थी कि अभी तक कोई आवेदन नहीं दिया गया है. प्रभारी मेहसौल थानाध्यक्ष कुमारी पुष्पा ने बताया कि एफआईआर दर्ज की सुविधा उपलब्ध होने पर सबसे पहले मोटरसाइकिल चोरी का मामला दर्ज कराया गया है. भुतही थानाध्यक्ष देवेंद्र चौधरी ने बताया कि 1 अप्रैल 25 से अभी तक कोई आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर मामला दर्ज की जायेगी.वही गाढ़ा थानाध्यक्ष राकी कुमार ने बताया कि थाना में एफआईआर दर्ज की जा रही है. मंगलवार को पहला उत्पाद अधिनियम के तहद मामला दर्ज कराया गया है. प्रभारी बोखडा थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि सबसे पहला एफआईआर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज की गयी है. डीएसपी मुख्यालय मो नजीव अनवर ने बताया कि सभी पांचों नव घोषित थाने में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है. बताया कि एफआईआर दर्ज होने से पीड़ित को समय पर फायदा होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है