सीतामढ़ी. रामायण रिसर्च काउंसिल को बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने हाल में न केवल राघोपुर बखरी मठ के जीर्णोद्धार के लिए भूमि आवंटित की है, बल्कि माता सीता की जन्मस्थली पवित्र पुनौराधाम से महज तीन किमी दूर राघवपुर बखरी में रामायण रिसर्च काउंसिल द्वारा प्रस्तावित भव्य शक्तिपीठ की स्थापना को लेकर बिहार सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध करायी गयी है. सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए पूर्व सांसद व सूबे के पूर्व पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू ने कहा है कि उनके लिए यह अत्यंत गर्व का विषय है कि जिसके लिए हम पिछले तीन वर्षों से अधिक समय से प्रयत्न कर रहे थे, उन हमारी संस्था रामायण रिसर्च काउंसिल को बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने हाल में राघोपुर बखरी मठ के जीर्णोद्धार व राघवपुर बखरी में रामायण रिसर्च काउंसिल द्वारा प्रस्तावित भव्य शक्तिपीठ की स्थापना को लेकर बिहार सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध कराना सरकार का एक दूरदर्शी एवं ऐतिहासिक निर्णय है. यह शक्तिपीठ न केवल एक धार्मिक केंद्र होगा, बल्कि यह शोध, अध्यात्म और शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान देगा. रामायण जैसे अमर ग्रंथ पर आधारित रिसर्च सेंटर आने वाली पीढ़ियों को हमारी सनातन परंपरा की गहराई से जुड़ने का अवसर देगा. यह पहल बिहार को धार्मिक-सांस्कृतिक ज्ञान और पर्यटन के क्षेत्र में नयी पहचान दिलाएगी. हम समस्त श्रद्धालु जन व सीतामढ़ी-वासियों की ओर से इस निर्णय के लिए बिहार सरकार एवं रामायण रिसर्च काउंसिल को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हैं.
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