सुरसंड. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा में रविवार को मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी डॉ रतन मोहिनी दादी की भावपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित की गयी. बताया गया कि दादीजी आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रशासनिक प्रमुख थी. उनके बचपन का नाम लक्ष्मी था. कार्यक्रम का संचालन कर रहे आरआरसी दिल्ली केंद्र से आये भाई बीके उमेश जी ने बताया कि दादी का झुकाव बचपन से ही अध्यात्म की ओर था, जिसके चलते परमात्मा ने उन्हें अपने करीब आकर्षित कर लिया. वे रिसर्च व शिक्षण-प्रशिक्षण में पूर्णरूपेण दक्ष थी. साथ ही अपने जीवनकाल में 101 वर्ष तक स्वस्थ व प्रसन्न रही. स्थानीय सेवा केंद्र की संचालिका बीके तारा बहन समेत उपस्थित सभी भाई-बहनों ने अपना-अपना अनुभव साझा किया. वहीं परमात्मा को भोग स्वीकार कराते हुए सभी लोगों ने ब्रह्मा भोजन किया. मौके पर बीके मंजू बहन, बीके पुष्पा बहन, रागिनी बहन, बीना बहन, सीता बहन, बीके अमरेश भाई, पवन भाई, उमाशंकर भाई, नारायण भाई, द्रविण भाई, अशोक भाई, पंकज भाई व राम जुलूम भाई समेत दर्जनों लोगों ने आदरणीय दादीजी जी को भावपूर्ण सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित किया.
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