Sitamarhi : शिवहर . जिला व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित सभागार में शनिवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश उदयवंत कुमार ने सभी न्यायिक पदाधिकारियों, कर्मचारियों, पैनल अधिवक्ताओं के साथ अधिकार मित्रों को तंबाकू व तंबाकू से बने पदार्थों का सेवन नहीं करने की शपथ दिलाई गई.इस दौरान जिला जज ने कहा कि तंबाकू या धूम्रपान लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है.बीड़ी, सिगरेट और गुटखा के सेवन से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.धूम्रपान से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक आ सकता है.तंबाकू के सेवन से नुकसान के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रति वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है.जबकि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह न्यायाधीश ललन कुमार रजक ने कहा कि पुरी दुनिया में प्रति वर्ष लाखों लोगों की मौत तम्बाकू के प्रयोग करने से होता है.इसलिए इस दिन को मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि आम जनता तम्बाकू से होने वाले नुकसान को जाने और तम्बाकू से बने पदार्थो से दूर रहें.ताकि तम्बाकू एक धीमा जहर है.जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे मौत के मुंह में धकेलता ही जा रहता है और लोग जाने- अंजाने में तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते रहते हैं.जोकि अब धीरे-धीरे शौक कब लत में परिवर्तित हो जाता है लोगो को इसका पता ही नहीं चलता है.मौके पर कोर्ट के कई न्यायिक पदाधिकारी समेत कई मौजूद थे.
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