सीतामढ़ी. सदर अस्पताल के एक ए ग्रेड नर्स आशीष शर्मा ने गुरुवार की सुबह अपने आवास में पंखे में दुपट्टा बांधकर लटक कर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान राजस्थान के वारा जिला निवासी रामेश्वर शर्मा के पुत्र के रूप में किया गया है. पड़ोसी के द्वारा नगर थाना पुलिस को सूचना दिया गया. सूचना पर पहुंची पुलिस के द्वारा विडियोग्राफी करते हुए रुम का दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर पंखे से लटके आशीष शर्मा को नीचे उतारा गया. वही रुम से एक सुसाइड नोट व दो मोबाइल फोन भी बरामद किया गया. पुलिस का माने तो मोबाइल फोन की जांच की जायेगी. सुसाइड नोट में आशीष शर्मा ने लिखा है कि मै अपने होशोहवास में अपनी जीवन लीला समाप्त करने जा रहा हूं. मेरे मरने के बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए. इसमें मेरे परिवार के सदस्यों का व साथियों का कोई लेना-देना नहीं है. बाद में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुधा झा, प्रबंधक विजय चंद्र झा सहित अस्पताल के सभी नर्सिंगकर्मी आशीष शर्मा के आवास थाना रोड पर पहुंच गए. बाद में शव को आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद सदर अस्पताल लाया गया. जहां शव को मातृ-शिशु भवन में रखा गया. शव को देखने के लिए भारी संख्या में अस्पताल के चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी व नर्सिंगकर्मी उपस्थित हो गये.
सीएस व उपाधीक्षक के खिलाफ हाय-हाय का लगाया नारा
नर्सिंगकर्मी के द्वारा सिविल सर्जन व उपाधीक्षक के खिलाफ हाय हाय का नारा भी लगाया गया. उपाधीक्षक डॉ सुधा झा ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए तीन सदस्यीय टीम डॉ शाहिद परवेज, डॉ हिमांशु शेखर व डॉ अमरनाथ यादव को बनाया गया है. वही पोस्टमार्टम विडियो ग्राफी में होगी. पोस्टमार्टम के लिए मृतक के परिजनों का इंतजार किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार आशीष शर्मा वर्ष 2015 से सदर अस्पताल में कार्यरत था. वह अस्पताल के कई विभाग में इंचार्ज के पद पर रहकर अपने कार्य का निर्वहन किया था. कुछ दिन पहले वह सदर अस्पताल स्थित आइसीयू वार्ड का इंचार्ज बनाया गया था. इसी बीच घर पर बहन के शादी समारोह में अपनी पत्नी व दो बच्ची के साथ घर राजस्थान गया था. पांच दिन पहले वह अकेला गांव से घर आया था. इसी दौरान उनकी तबीयत खराब हो गयी. तबीयत खराब होने पर उन्हें आइसीयू वार्ड के इंचार्ज पद से हटाया गया था. आइसीयू वार्ड के एक कर्मी ने बताया कि वह सुबह 9 बजे के आसपास आकर अपनी हाजिरी रजिस्टर में हाजिरी बनाये थे. वही 10 बजे अस्पताल से निकलकर अपने आवास चले गए. थोड़ी देर बाद सूचना मिली थी कि वह आत्महत्या कर लिये है.विरोध में जीएनएम व एएनएम हड़ताल पर
आशीष शर्मा के आत्महत्या की जानकारी मिलने पर दोपहर 12 बजे से अस्पताल के सभी नर्सिंगकर्मी जीएनएम व एएनएम हड़ताल पर चले गए. उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में अधिक काम, तनाव व टार्चर के कारण ही आशीष शर्मा ने आत्महत्या कर लिया. बताया कि 90 एएनएम व जीएनएम के द्वारा दो-दो शिफ्ट काम करने के विरोध में सीएस कार्यालय में आवेदन भी दी थी. लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ. नर्सिंगकर्मी जीएनएम व एएनएम के हड़ताल पर जाने के कारण दोपहर से ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद हो गया. इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सक व इमरजेंसी इंचार्ज के द्वारा मरीजों का इलाज की जा रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है