सीतामढ़ी. नीलाम वादों के निबटारे की स्थिति काफी लचर है. अधिकारियों के स्तर पर हजारों वाद लंबित है. वादों का न तो तेजी से निबटारा हो रहा है और न संबंधित व्यक्ति से वसूली ही. हर माह डीएम के स्तर से बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए जाते है. मकसद होता है अधिक से अधिक वादों का निष्पादन कराने का. बहरहाल, निबटारे की गति कितनी तेज है, रिपोर्ट से ही पता चल रहा है.
पीजीआरओ सदर के स्तर पर 919 मामले लंबित है. उनके द्वारा जून से 14 जुलाई तक एक भी वाद का निबटारा नहीं किया गया है. इतना ही नहीं, 919 में से एक भी ऋणी/बकायेदार को नोटिस तक नहीं भेजी गई है. गिरफ्तारी वारंट/कुर्की जब्ती का वारंट जारी करना तो दूर की बात है. इधर, पीजीआरओ, बेलसंड द्वारा 5223335 रूपये की वसूली को लेकर दायर 65 मामलों में से जून में तीन व जुलाई में एक मामले का निबटारा कर क्रमशः 259873 व 96850 रूपये की वसूली की गई है.
— परिहार सीओ भी जीरो पर आउट
परिहार सीओ के यहां 108 वाद लंबित है. उन वादों में 3281775 रूपये निहित है. जून से अबतक एक भी मामले का निबटारा नहीं किया गया है. बथनाहा सीओ द्वारा जून में नौ मामलों का निबटारा किया गया और 47607 रूपये (इलाहाबाद बैंक) एवं 272927 रूपये (केनरा बैंक) का वसूल किया गया है. अब भी 178 केस लंबित है. एक के भी खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निर्गत नहीं किया है.सोनबरसा सीओ द्वारा लंबित 163 वादों में से जून में तीन का निबटारा कर क्रमशः 90808 व 27300 रूपये वसूल किया गया. जुलाई में उपलब्धि जीरो है. रून्नीसैदपुर सीओ ने 84 में से जून में 15 मामलों का निबटारा कर 310828 रूपये की वसूली की है, तो नानपुर सीओ 49 में से एक एवं चोरौत सीओ 19 में से दो मामलों का निबटारा किए है.
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