पुपरी. कृषि विज्ञान केंद्र बलहा मकसूदन सीतामढ़ी के प्रशिक्षण सभागार में बुधवार को आम के मूल्य संवर्धन आधारित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ. उद्घाटन केंद्र के प्रशिक्षण प्रभारी सह पशुपालन वैज्ञानिक डॉ किंकर कुमार समेत अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया. बताया गया कि यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं एवं युवतियों के लिए काफी लाभप्रद है. इसके माध्यम से सतत आमदनी में वृद्धि संभव है. जब फल व सब्जी का मूल्य कम होने पर अगर विभिन्न तरीके से मूल्य संवर्धन किया जाय तो आमदनी में चार से पांच गुणा वृद्धि हो सकती है. कोर्स को-ऑर्डिनेटर सह गृह वैज्ञानिक डॉ सलोनी चौहान व उद्यान वैज्ञानिक मनोहर पंजीकार ने बताया कि प्रथम दिन आम का अचार, स्क्वायश, आमपापड़, जैम, आम पन्ना व पल्प आदि बनाने को लेकर प्रायोगिक जानकारी दी गई. साथ हीं इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए पैकेजिंग एवं विपणन के बारे में बताया गया. सस्य वैज्ञानिक सच्चिदानंद प्रसाद ने कहा कि शुरुआती चरण में 10 से 20 हजार पूंजी से इस कार्य को शुरू कर पांच से दस हजार प्रतिमाह आमदनी प्राप्त की जा सकती है. प्रसार वैज्ञानिक डॉ पिनाकी रॉय ने इसके लिए गुणवत्तापूर्ण उत्पादन, बाजार से सामंजस्य, उपभोक्ताओं से लिंकेज काफी आवश्यक होता है. इसके लिए महिला स्वयं सहायता समूह का गठन, कृषक हितार्थ समूह, फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कम्पनी जैसे समूह का निर्माण एवं सरकार द्वारा निबंधन आवश्यक है. ताकि बेहतर विपणन हो सके. कार्यक्रम में रितु कुमारी, जानकी देवी, किरण देवी, गायत्री देवी, रेणु देवी व मेनका कुमारी समेत अन्य शामिल हुई.
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