रीगा. चीनी मिल से जुड़े किसानों के लिए शुक्रवार का दिन शुभ रहा. विगत 5 वर्षों से बकाए गन्ना मूल्य के भुगतान की प्रतीक्षा समाप्त हुई. कारण कि गन्ना मूल्य का बकाया राशि 51 करोड़ 30 लाख रुपए का भुगतान किसानों के खाते में भेजने की शुरुआत कर दी गई. इसको लेकर स्थानीय एक सभा भवन में बिहार सरकार के गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान मोदी एवं नीतीश कुमार की सरकार जो बोलता है, वह करके दिखाता है. पांच वर्ष पूर्व से बंद पड़े रीगा चीनी मिल को सरकार ने चालू कराने के साथ हीं अपने वादे के अनुसार किसानों के बकाए राशि के भुगतान का शुभारंभ भी कर दिया गया है. जल्द हीं संबंधित सभी किसानों के बैंक खाते में बकाया राशि पहुंच जाएगा. जिला समाहर्ता रिची पांडेय ने कहा कि बंद पड़े चीनी मिल को चालू कराने में किसानों का भी अहम योगदान रहा है. वे किसानों की समस्या को सुनने व निराकरण करने को लेकर तत्पर रहते हैं. जो भी समस्या होगा, उसका समाधान किया जाएगा. ईखायुक्त अनिल कुमार झा ने कहा कि किसानों को यांत्रिकीकरण योजना का लाभ मिल रहा है. जो किसान लाभ लेना चाहते हैं, वे आवेदन देकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं. उन्हें निर्धारित अनुदान भी दिया जाएगा. किसान नेता नागेंद्र प्रसाद सिंह ने आगामी सीजन के लिए गन्ने का मूल्य छह सौ रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग की. साथ हीं कहा कि किसानों को खेती के लिए गन्ना उद्योग विभाग एवं चीनी मिल का अपेक्षित सहयोग मिलना चाहिए. स्थानीय सांसद लवली आनंद ने किसानों को संबंधित करते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता से किए गए हर वादे पूरे किए जाएंगे. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गन्ना किसान समेत अन्य मौजूद थे.
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