सीतामढ़ी. आद्यौगिक क्षेत्र स्थित सुजुकी वर्कशॉप गैरेज के परिसर में सोमवार को आगामी 18 मई को आयोजित होने वाले “बिहार में जातीय गणना एवं आरक्षण की सीमाः समाज और सरकार की भूमिका ” विषयक एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार की तैयारी को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में ””जागृत”” मंच के संयोजक एवं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ़्फ़रपुर के प्रोफेसर सह विश्वविद्यालय के निर्वाचित सिनेट सदस्य प्रो. संजय कुमार सुमन और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ़्फ़रपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर सह विश्वविद्यालय अकादमिक कौंसिल के निर्विरोध निर्वाचित सदस्य डॉ. सुशांत कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे. इस अवसर पर संयोजक डॉ संजय सुमन ने बताया कि प्रो जितेंद्र मीना, दिल्ली विश्वविद्यालय, नागालैंड विश्वविद्यालय के प्रो दीपक भास्कर व चर्चित संपादक अनिल चमाडिया दिनांक 18 मई को मुजफ्फरपुर क्लब में आयोजित संगोष्ठी में व्याख्यान देंगे. इस संगोष्ठी पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करेंगे. प्रो सुमन ने कहा कि भारतीय समाज में अनेक तरह की बीमारियां व्याप्त है. इन बीमारियों का उपचार जाति जनगणना ही है. उन्होंने सीतामढ़ी के बौद्धिक जनों से निवेदन किया कि इस सेमिनार में अधिक से अधिक संख्या में भाग ले. बैठक में मुखिया अरुण कुमार, डॉ उपेन्द्र प्रसाद, रामक्लेवर , सुरेन्द्र महतो, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, पंकज कुमार पासवान, शंभू कुमार, रामनरेश जी व राजीव कुमार समेत कई बुद्धिजीवी उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन पूर्व सभापति जलालुदीन खान ने किया.
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