अयोध्या के विकास की खाका तैयार करने वाली डिजाइन कंसल्टेंसी को दी गयी है रोडमैप तैयार करने की जिम्मेदारी Sitamarhi: सीतामढ़ी. राज्य सरकार ने मां जानकी की प्राकट्य-स्थली, पुनौराधाम को भी श्रीराम जन्म-भूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तर्ज पर समग्र रूप से विकसित करने का फैसला लिया है. इस कार्य के लिए शुक्रवार को राज्य मंत्रिमंडल ने नोएडा की उस प्रतिष्ठित डिजाइन कंसल्टेंसी को मनोनीत करने की मंजूरी दी है, जो श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या के विकास की कार्ययोजना तैयार करने में शामिल थी. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिसंबर-2024 में जिले में प्रगति यात्रा के दौरान पुनौराधाम के समग्र विकास की घोषणा की थी. मां जानकी मंदिर, पुनौराधाम मंदिर के पास फिलहाल बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के नियंत्रणाधीन 17 एकड़ भूमि है. परिसर के विकास के लिये और 50 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. इसके लिये राज्य सरकार द्वारा 120 करोड़ रुपये की राशि विमुक्त की जा चुकी है. राज्य सरकार के पर्यटन विभाग ने प्रेस बयान जारी कर उक्त जानकारी दी गयी है. पर्यटन मंत्रालय द्वारा कहा गया है कि हमें विश्वास है कि मां जानकी की प्राकट्यस्थली, पुनौराधाम का विकास होने पर यह देशी-विदेशी श्रद्धालुओं के लिये धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र बनेगा. पुनौरा धाम का विकास सीतामढ़ी को पर्यटन, रोजगार व विकास की नयी ऊंचाई पर पहुंचायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है