सीतामढ़ी. सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने गुरूवार को ग्रामीण विकास विभाग की संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा की. विमर्श सभागार में समीक्षा बैठक के दौरान में डीएम, रिची पांडेय, सभी बीडीओ, पीओ, जीविका के डीपीएम समेत अधिकारी मौजूद थे. मौके पर मंत्री ने विशेष कर पीएम आवास योजना (ग्रामीण), मनरेगा, इंदिरा आवास योजना, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, जल-जीवन-हरियाली व जीविका योजना की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने व उसका लाभ लाभुकों तक समय पर दिलाने का निर्देश दिया. कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे. इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
उन्होंने स्पष्ट कहा कि वैसे लाभुक जिन्होंने आवास पूर्ण कर लिया है और उनका भुगतान लंबित है, तो उन्हें एक सप्ताह के अंदर भुगतान करना सुनिश्चित करें. सभी अपूर्ण आवासों को शीघ्र पूर्ण कराने की दिशा में ठोस कदम उठाने को कहा गया. कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में आवास का 61135 लक्ष्य है. इसमें 9845 आवास पूर्ण है. शेष आवासों को तेजी से पूरा कराने को कहा. स्वच्छता की समीक्षा के क्रम में मंत्री ने निर्देश दिया गया कि डोर टू डोर कचड़ा उठाव करवाना सुनिश्चित करें। शेष बचे डब्ल्यूपीयू का निर्माण शीघ्र करें. बताया गया कि अभी तक 209 ग्राम पंचायतों में निर्माण हो चुका है. आठ पंचायतों में कार्य जारी है.
— कोई गरीब आवास से वंचित न हो
मंत्री ने कहा कि आवास योजना में किसी भी गरीब, दलित व आदिवासी परिवार का नाम नहीं छोड़ा जाना है. जीविका अंतर्गत योजना का छोटे-छोटे क्लस्टर बनाकर जीविका से जुड़े कार्य प्रमोट करना चाहिए, ताकि लोगों को रोजगार के अवसर मिल सके. सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें. मंत्री कुमार ने मनरेगा के तहत अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देने की बात कही. मनरेगा के द्वारा निर्माण किए जा रहे खेल मैदान के आलावा जल जीवन हरियाली व पौधारोपण की भी समीक्षा की गई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है