– डीएम रिची पांडेय के निर्देश पर गठित टीम ने की कार्रवाई
— सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड से प्रसूता को बिचौलिये ने पहुंचाया था सिम्स हॉस्पिटल
— मेहसौल की रहनेवाली थी मृतका शाहिदा खातून, परिजनों ने किया था हल्ला हंगामा
सीतामढ़ी
. गुरुवार की रात बिचौलियों के चक्कर में फंस कर जच्चा बच्चा की मौत मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. इस मामले में डीएम रिची पांडेय के निर्देश के आलोक में डुमरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अक्षय कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने शनिवार को अस्पताल रोड स्थित सिम्स हॉस्पिटल को सील कर दिया. इस मौके पर नगर थाना के पुअनि सुमित कुमार व अन्य कई कर्मी मौजूद रहे. हॉस्पिटल को सील करने को लेकर अस्पताल संचालक व अन्य कर्मियों के द्वारा विरोध भी किया गया. डॉ कुमार ने बताया कि गुरुवार को दोपहर 3.30 बजे मेहसौल गांव निवासी मो युनुस मियां अपनी गर्भवती पत्नी शाहिद खातून को इमरजेंसी स्थित में इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया था. जांच के बाद इमरजेंसी वार्ड से चिकित्सक के द्वारा प्रसव वार्ड भेजा गया. पहले से उस मरीज के साथ साये की तरह साथ चल रहे दो तीन बिचौलिये उस मरीज के साथ प्रसव वार्ड जाकर चिकित्सक से हायर सेंटर रेफर करा दिया गया. बाद में मरीज को सिम्म हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. लेकिन स्थिति बिगड़ने पर वहां से भी रेफर कर दिया गया था. बाद में मेहसौल चौक के पास एंबुलेंस में ही मौत हो गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने सदर एसडीओ आनंद कुमार, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ मुकेश कुमार, डॉ जेड जावेद, डॉ अक्षय कुमार की एक संयुक्त टीम बनाकर जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही गयी थी. डॉ कुमार ने बताया कि अस्पताल को सील कर दिया गया है. अस्पताल के सभी कागजात की बारीकी से जांच करने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है