परिहार (सीतामढ़ी). प्रखंड के मानिकपुर मुशहरनिया पंचायत के अंदौली गांव में विकास के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी सरकार ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की प्यास बुझाने में नाकाम रही है. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए भटक रहे हैं. गर्मी का पारा चढ़ते ही यहां जल संकट गहराने लगा है. आम से लेकर खास तक सभी पीने के पानी को लेकर काफी चिंतित रहने लगे हैं अंदौली गांव के वार्ड नंबर-13 के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. गर्मी का मौसम परवान चढ़ते ही लोगों का कंठ सूखने लगा है. उक्त गांव में सभी चापाकल सुख गया है. यहां पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. वार्ड के सभी 500 चापाकल पूरी तरह पानी देना बंद कर दिया है. पूरी आबादी पानी के लिए त्रस्त है. गांव के मो रिजवान, सदरे आलम, मो अशरफ, उबैद ,जाकिर, सुऐब, अजकार व अब्दुल कयूम ने बताया कि करीब 160-170 फीट नीचे चापाकल का पाइप गया. फिर एक बूंद भी पानी नहीं निकल रहा है. इस गांव में करीब 500 घर है. लगभग सभी घरों के चापाकल पूरी तरह सूख गया है. यहां के ग्रामीण दूसरे गांवों से पानी लाकर अपना काम कर रहे हैं.
नल जल योजना पूरी तरह फेल
आलम यह है कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत हर-घर नल का जल योजना में चयनित होने के बावजूद भी इस गांव के लोग एक-एक बूंद पानी के लिए तरह रहे हैं. करीब दो माह से यहां सभी चापाकल सूखने लगे हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पीएचइडी के कनीय अभियंता से भी किया, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई है. जिससे लोगों को पानी पीने के लिए भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. वहीं, यहां के वासिंदों को नहाने के लिए तो सोचना पड़ता है. ग्रामीण मो रिजवान ने बताया वार्ड में पानी टंकी लगा है, क्षेत्रफल बड़ा होने से तीन तिहाई घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. एक तिहाई नलों में बुंदबंद पानी टपक रहा है, घंटों इंतजार के बाद कहीं एक बाल्टी भर पानी जमा हो पाता है.
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