सीतामढ़ी. भारत के दूसरे प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री के शपथ ग्रहण तिथि नौ जून 1964 के अवसर पर गांधी विचार मंच की बैठक जानकी विद्या निकेतन में हुई. अध्यक्षता मंच के संरक्षक विमल कुमार परिमल ने की. मुख्य अतिथि के रूप में शत्रुघ्न झा, जो चंपारण के गांधी के नाम से जाने जाते हैं शामिल हुए, जिन्होंने कुष्ठ रोगियों की सेवा की, समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े लोगों के बीच स्वच्छता और शिक्षा की अलख जगाया, अनवरत खादी की कटाई और बुनाई करके खादी के कपड़े तैयार कर रहे हैं और देशभर में जहां जहां भूकंप एवं बढ़ की विभीषिका आयी, वहां जाकर महीनों काम किया. शत्रुघ्न झा ने कहा कि गांधी के साथ कम करने के लिए बड़े-बड़े लोग अपने पदों को ठुकराकर आये. जो पद के लिए लालायित हैं, वे गांधी को नहीं समझ सकते हैं. कार्यक्रम में मंच की अध्यक्षा ऊषा शर्मा ने की. इस मौके पर अवकाश प्राप्त प्राचार्या प्रो रेणु ठाकुर, प्रो आनंद किशोर, प्रो विष्णु दयाल साह, दिनेश चंद्र द्विवेदी, नागेंद्र प्रसाद गुप्ता, गणेश कुमार वर्मा, बच्ची देवी मिश्रा, ऊषा मिश्रा व किसान नेता जलंधर यदुवंशी समेत अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है