रीगा. विगत मंगलवार को आकाश में काले बादल के छाने के बाद किसान काफी खुश हुए कि आज निश्चित रूप से बारिश होगी और धान के तैयार बिचड़े को खेतों में लगाने का अवसर मिलेगा, पर हल्की बारिश के बाद ही आसमान साफ हो गया. किसानों के उम्मीदों पर एक बार फिर से पानी फिर गया. किसानों के लिए कहा गया है कि आद्रा नक्षत्र धान की खेती के लिए सबसे उत्तम नक्षत्र माना गया है. इस नक्षत्र में लगाया गया धान का पौधा उत्पादन के दृष्टिकोण से बेहद लाभप्रद होता है. अधिकांश किसानों के खेतों में बिचड़ा तैयार है, पर पानी के अभाव में खेती नहीं हो रही है. आर्थिक रूप से संपन्न किसान महंगा दाम पर डीजल खरीद कर पंप सेट से पटवन करके खेती कर रहे है, पर साधारण किसान भगवान भरोसे हैं. प्रगतिशील किसान दिनेश प्रसाद सिंह, संजीव कुमार चौधरी, कमलेश प्रसाद सिंह व राम जन्म महतो का कहना है कि प्रखंड क्षेत्र का करीब चार दर्जन राजकीय नलकूप बंद पड़ा है, पर सरकारी रजिस्टर पर सब चालू है. क्योंकि इसके मरम्मत के नाम पर प्रतिवर्ष लाखों का वारा-न्यारा होता है. अगर मामले की उच्च स्तरीय जांच हो तो सब कुछ खुल कर सामने आ जाएगा. अगर ये सभी राजकीय नलकूप एवं लिफ्ट इरीगेशन चालू रहता तो प्रखंड क्षेत्र में कई सौ एकड़ भूमि में खेती करना किसानों के लिए आसान हो जाता.
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