भगवानपुर हाट. प्रखंड मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर हाट में पहली बार मत्स्य वैज्ञानिक की नियुक्ति की गयी है. डॉ पवन कुमार शर्मा के पदस्थापन के साथ ही अब जिले के मत्स्य पालक किसानों को तकनीकी सहायता और परामर्श के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इससे मछली पालन से जुड़ी समस्याओं के समाधान की राह आसान हो गयी है. गौरतलब है कि कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी. लेकिन तब से अब तक मत्स्य विज्ञान विशेषज्ञ की कोई नियुक्ति नहीं हो सकी थी. अप्रैल में आयोजित वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया था. डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ. पीएस पांडे से इस दिशा में पहल की मांग की गयी थी. कुलपति ने त्वरित संज्ञान लेते हुए दो माह के भीतर मत्स्य वैज्ञानिक की नियुक्ति सुनिश्चित कर दी. सीवान जिला मछली उत्पादन में न केवल राज्य स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान रखता है. यहां की चंवर और लो-लैंड भूमि मछली पालन के लिए उपयुक्त मानी जाती है. मत्स्य वैज्ञानिक की नियुक्ति से किसान मनोज सहनी, धर्मेंद्र सहनी, मधुसूदन प्रसाद, अनिरुद्ध गुप्ता आदि ने इसे किसानों के लिए वरदान बताया है.
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