जिले में शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनायी गयी. इस्लाम धर्मावलंबियों ने भाईचारे व इंसानियत का पैगाम दिया. नगर के नवलपुर ईदगाह समेत कई मस्जिदों में नमाज अदा की गयी. नमाज को लेकर ईदगाह लोगों से भरा हुआ था.लोगों ने नमाज अदा कर जिले में अमन, चैन व शांति की दुआ मांगी.इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर व घर-घर जाकर बकरीद की मुबारकवाद दी. पूरे जिले में कई जगहों पर लोगों ने कुर्बानी दी. मौलाना ने कहा कि बकरीद त्याग व बलिदान का पर्व है.बकरीद इब्राहिम अलहे इस्लाम के पुत्र मो.इस्माइल की याद में मनायी जाती है.हीं सुरक्षा को लेकर पूरे जिले में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के साथ-साथ पुलिस बल तैनात रहे.नवलपुर स्थित ईदगाह पर पुलिस पदाधिकारियों के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ता और शांति समिति के सदस्य मौजूद रहें. सुरक्षा को लेकर चौक-चौराहों पर तैनात रही पुलिस बकरीद पर्व पर किसी भी प्रकार की कोई माहौल ना बिगड़े इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रही. ईदगाह, मस्जिदों और चौक-चौराहों के अलावे चिन्हित जगहों पर पुलिस की तैनाती की गई थी.एसडीओ , एसडीपीओ ,बीडीओ व सीओ के अलावे स्थानीय थानाध्यक्ष राजू कुमार शहर का भ्रमण कर हालात का जायजा ले रहे थे.पर्व को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के संयुक्त निर्देश पर पुलिस द्वारा विभिन्न क्षेत्र के विभिन्न मुहल्लों एवं गांव में भी गश्ती की जा रही थी. ईदगाह मे दिखा मेले जैसा नजारा जिले के विभिन्न ईदगाह में मेला भी लगा रहा. तरह-तरह की दुकान लोगों द्वारा लगाया गया था. लोग नमाज के बाद आवश्यक सामानों की खरीदारी भी मेले से करते देखे गये. बच्चों के लिए खासकर बैलून एवं तरह तरह के खिलौने की दुकानें सजी थी. मुस्लिम मुहल्लों में उत्सव के जैसा दिखा नजारा जिले के विभिन्न क्षेत्र के बड़हरिया के लकड़ी,कैलगढ,नबीहाता,खानपुर,पुरानी बाजार,मुफस्सिल के खालिस पुर, लौहान,कर्णपुरा, शहर के इस्माइल शाहिद तकिया, एम एम कॉलोनी, इस्लामिया नगर, नवलपुर,पुरानी किला,नई किला,शेख मुहल्ला, ग्यारहवीं मस्जिद कागजी मोहल्ला, समेत सभी मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में ईद को लेकर उत्सव जैसा माहौल रहा. इन क्षेत्रों के अधिकांश घरों की महिलाएं रात भर जागकर तरह-तरह के व्यंजन तैयार करती रही. बकरीद की खुशी में खिले बच्चों के चेहरे मस्जिद में जैसे ही बकरीद की नमाज खत्म हुई, मुस्लिमों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी. इस दौरान कई जगहों पर हिंदू भाइयों ने भी अपने मुसलमान भाइयों को गले लगाकर त्योहार की मुबारकबाद दी. ईद के मौके पर अपने से छोटों को ईदी देने की परंपरा रही है, जिसका बच्चों को बेसब्री से इंतजार रहता है. बड़ों से ईदी पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे. इस दौरान छोटे-छोटे बच्चे ईद की खुशियों को लेकर उत्साहित नजर आ रहे थे. नए परिधानों में अपने परिजनों के साथ वे भी नमाज पढते पहुंचे हुए थे. ईद की नमाज अदा होने के बाद बड़े बुजुर्गों को गले मिलते देख बच्चे भी अपने साथियों के साथ गले मिलकर एक-दूसरे को मुबारकबाद देते नजर आए. बच्चों की इस खुशी में बड़े भी शामिल हो रहे थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है