दरौंदा. प्रखंड अंतर्गत खरीफ फसल की खेती के लिए धान का बीज डालने का समय आधे से अधिक बीत गया. खेत में बीज डालने के लिए किसान खेत की जुताई कर कृषि विभाग की ओर ताक रहे हैं. किसान बीज के लिए प्रखंड मुख्यालय स्थित इ-किसान भवन के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन, उन्हें बीज नहीं मिल रहा है. जिस कारण किसान बाजार के दुकानदारों से कई गुना अधिक कीमत पर बीज खरीदने को मजबूर हो रहे हैं. कृषि विभाग के उदासीन रवैये से किसानों में आक्रोश व्याप्त है. गुरुवार को अलग-अलग पंचायतों के किसान सबिंदर महतो, गौतम महतो, अशोक सिंह, सोनू भारती, रवींद्र कुमार समेत अन्य कई गांवों के किसानों ने बताया कि धान के बीज डालने का उपयुक्त समय बीतता जा रहा है. किसानों की रोजी-रोटी धान की खेती पर निर्भर है. बावजूद भी कृषि विभाग कान में तेल डाल कर सो रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग विगत वर्षों में धान के बीज से पहले ढैंचा का बीज उपलब्ध कराता था, जिसे खेत में डालने पर जैविक खाद का काम करता है. इस बार 12 जून तक डीलर किसानों के लिए धान का बीज उपलब्ध नहीं करा पाया है. मजबूरी में महंगे दाम पर बीज खरीदने पड़ रहे हैं. मामले में बीएओ विक्रमा मांझी ने बताया कि कुल 17 पंचायतों के हजारों किसानों के लिए लक्ष्य का 10 प्रतिशत बीज भी कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है. एक दिन इ-किसान भवन में बीज का वितरण हुआ. अगर इ-किसान भवन में बीज का वितरण डीलर द्वारा नहीं किया जायेगा, तो उन पर विभागीय कार्रवाई करने के लिए पत्र विभाग को अग्रेषित करेंगे.
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