महाराजगंज. महाराजगंज थाना क्षेत्र के पोखरा में ग्रामीण पिछले छह वर्षों से सड़क पर गंदा पानी बहने से गुरुवार को आक्रोशित हो गये. ग्रामीणों ने सड़क पर जलजमाव की समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीण बनारसी चौहान, अशोक चौहान, सत्येंद्र कुमार, विक्की कुमार प्रिंस, शिवनाथ प्रसाद, हरिनंदन महतो, कंचन महातो, राजकुमार महतो, जीतेंद्र प्रसाद, दिनेश ठाकुर, हरेंद्र मांझी ने बताया कि लगभग छह वर्षों से सड़क पर नाले का गंदा पानी बहने से जलजमाव की समस्या बनी रहती है. ऐसे में ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है. जलजमाव की समस्या को लेकर अबतक जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई पहल नहीं की गयी है. गांव के लोगों को प्रखंड मुख्यालय, विद्यालय, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, जनवितरण प्रणाली जाने में काफी दिक्कतें होती है. सड़क में जलजमाव के दुर्गंध से छोटे-मोटे कीड़े-मकोड़े पनपने लगते हैं. गंदा पानी में चलने से ग्रामीणों के पांच में संक्रमण जाता है. ग्रामीण सत्येंद्र कुमार ने बताया कि गांव की मुख्य सड़क होने के कारण लोगों को बाजार इन्हीं मार्ग से आना-जाना होता है. ग्रामीणों की लगभग 600 आबादी की टोला होने के कारण अब तक जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. दो पहिया वाहन से या पैदल चलने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि नाला नहीं होने के कारण नाली का पानी सड़क पर ही बहता है, जिससे सड़क चलने लायक नहीं रह गया है. ग्रामीण राजकुमार महतो ने कहा कि एक तरफ सरकार बिहार के सभी गांव को मॉडल बनाने की बात कर रही है, वहीं पोखरा गांव की जनता आज के समय में भी 90 के दशक में जीने को मजबूर है. इस संबंध में कई बार जिलाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों को भी इससे अवगत कराया गया है. इसके अलावा कई बार आवेदन भी दिया गया है. इसके बावजूद भी हमलोग नाले के गंदे पानी के रास्ते आने-जाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों द्वारा समस्या को लेकर सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल, तत्कालीन जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता व बीडीओ को तीन-तीन बार आवेदन देकर इस समस्या से अवगत कराया था. ग्रामीणों ने डीएम डॉ आदित्य प्रकाश से जलजमाव की समस्या से निजात पाने को लेकर गुहार लगायी है. बीडीओ बिंदू कुमार ने बताया कि इस तरह की बात उनके संज्ञान में नहीं है. इसकी जांच की जायेगी. जरूरत पड़ी, तो नाले का निर्माण भी कराया जायेगा, ताकि जलजमाव से बचा जा सके.
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