सीवान . जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र के अफराद मोड के समीप सीवान बसंतपुर मुख्य मार्ग पर बुधवार की दोपहर एक कार सवार ने दो बाइक और एक चार पहिया वाहन में जोरदार टक्कर मार दी. इसमें एक बाइक सवार दवा व्यवसायी की मौत हो गई वहीं दूसरा घायल हो गया. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने आगजनी कर सीवान बसंतपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया.
इस दौरान काफी देर तक मुख्य सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही. घटना के सूचना मिलते ही गोरिया कोठी,जामो व महाराजगंज थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई. इसके बाद लोगों को समझाने बुझाने में जुट गई. वही टक्कर मारने वाले कार सवार व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. मृतक की पहचान महाराजगंज थाना क्षेत्र के बलिया टोल चैन भगत निवासी स्वर्गीय कमल सिंह के पुत्र अमरेंद्र सिंह उर्फ बडक सिंह के रूप में की गई है.वहीँ घायल युवक महाराजगंज थाना क्षेत्र के माघी गांव निवासी संजय कुमार राम बताया जाता है.एसडीओ ने पहुंचकर लोगों को समझाया
सड़क जाम की सूचना मिलते ही महाराजगंज के अनुमंडल पदाधिकारी अनीता सिन्हा के अलावा एसडीपीओ भी मौके पर पहुंच गये. उनके द्वारा भी लोगों को समझाने बुझाने का काम चल रहा था. घटना के संबंध में लोगों ने बताया कि दवा दुकानदार अमरेंद्र कुमार सिंह अपनी दुकान से बाइक में पेट्रोल लेने के लिए अफराद स्थित पेट्रोल पंप गए थे. पेट्रोल पंप के समीप मुख्य सड़क के किनारे अपनी बाइक लगाकर किसी से बात कर रहे थे. उस दौरान सीवान के तरफ से एक कार आ रही थी और अनियंत्रित होकर दो बाइक में टक्कर मार दी. इसमें अमरेंद्र की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. वहीं संजय गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके साथ ही गाड़ी चालक ने आगे बढ़कर एक सड़क किनारे खड़े चार चक्का गाड़ी में भी टक्कर मार दी. इसमें सभी गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. हादसे के दौरान बाइक में टक्कर के बाद आग भी लग गई थी. लोगों ने पहुंच कर बाइक की आग को बुझाया आया है. गाड़ी चालक को लोगों ने पकड़कर पुलिस को दे दिया है. उसे भी घटना में गंभीर चोट आई है.नशे में था कार चालक
ग्रामीणों मुताबिक कार चालक नशे में था. घटना की सूचना मिलते ही मृतक और घायल युवक के परिवारों में कोहराम मच गया है. ग्रामीणों में बताया कि मृतक अमरेंद्र की एक पुत्र और एक पुत्री है. जिसका नाम अमृत कुमार,अल्का कुमारी है.वहीं पत्नी सावित्री देवी बताई जाती है. अमरेंद्र ही अपने घर के कमाउ सदस्य थे. वह दो भाइयों में सबसे बड़े थे. यह अफराद मोड़ पर दवा का दुकान चला कर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है