सीवान. रघुनाथपुर प्रखंड के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी पर अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है. यह अनुशंसा खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत धान अधिप्राप्ति की धीमी प्रगति को लेकर की गई है. 16 जुलाई को जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में रघुनाथपुर प्रखंड की स्थिति अत्यंत खराब पाई गई. समीक्षा में स्पष्ट हुआ कि जिले के अन्य प्रखंडों की तुलना में रघुनाथपुर में सीएमआर (कस्टम मिल्ड राइस) आपूर्ति की गति बेहद धीमी है.प्रखंड में अब तक 63.72 लॉट सीएमआर की आपूर्ति बाकी है और आपूर्ति का प्रतिशत केवल 71.30 है, जो पूरे जिले में सबसे कम है. इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि संबंधित अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाए. बैठक में यह भी सामने आया कि रघुनाथपुर प्रखंड के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी राजेश कुमार द्वारा सीएमआर आपूर्ति की निगरानी और समन्वय में घोर लापरवाही की गई है. जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति में ऐसी लापरवाही किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है. इस आधार पर सहायक निबंधक सहयोग समितियां द्वारा उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु प्रपत्र ”क” गठित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया. जिसे जिला सहकारिता पदाधिकारी सौरभ कुमार ने संयुक्त निबंधक सहयोग समितियां, छपरा प्रमंडल को भेज दिया है.
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