सीवान. गुरुवार को हुई बेमौसम बारिश के बाद कृषि विभाग का दावा है कि गेहूं सहित अन्य फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. विभाग ने निदेशालय को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें शून्य फीसदी नुकसान की बात कही गयी है. बताते चलें कि गुरुवार को जिले में जमकर बारिश हुई. इस दौरान 20 से 25 एमएम बारिश हुई. चूंकि अभी गेहूं की कटनी व दौनी का सीजन चल रहा है, ऐसे में किसानों को भारी नुकसान सहना पड़ा है. कृषि विभाग का कहना है कि 55 से 60 फीसदी गेहूं की फसल अभी खेतों में लगी है. जबकि 35 से 40 फीसदी ही गेंहू के फसल की कटनी व दौनी हो सकी है. इधर बारिश होने से उन किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है, जिन्होंने अपनी गेहूं की फसल की कटनी कर रखी है. अब उन्हें अपनी फसल सूखने का इंतजार उन किसानों की बनिस्पत ज्यादा करना होगा, जिन्होंने अपनी फसल को नहीं काटा है. सबसे ज्यादा परेशानी उन किसानों को उठानी पडेगी, जिन्होंने गेहूं की फसल को काटकर बोझा बांध दिया है. 20 से 25 एमएम बारिश होने से खेतों में काटकर रखी गेहूं की फसल पूरी तरह डूब गयी थी. गनीमत रहा कि शुक्रवार को मौसम अच्छा होने से खेतों में लगा पानी सूखने से किसानों की परेशानी कुछ कम हुई है. कृषि विभाग की बातों पर गौर करें, तो सबसे अधिक बारिश सिसवन प्रखंड में 38 एमएम हुई है. इधर, जिला कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि प्रखंडों से जो रिपोर्ट प्राप्त हुई है, उसमें क्षति का आकलन शून्य फीसदी दर्शाया गया. ऐसे में निदेशालय को भेजे गये रिपोर्ट में क्षति शून्य फीसदी ही दिखाया गया है. उन्होंने बताया कि 33 फीसदी से अधिक नुकसान होने पर ही क्षति के भुगतान का प्रावधान है.
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