प्रतिनिधि, सीवान. सरकारी स्कूलों के गणित में कमजोर पांचवीं एवं छठी कक्षा के छात्रों के लिए टोला व गांव स्तर पर गणितीय समर कैंप प्रारंभ हो गया है. समर कैम्प की निगरानी डीइओ राघवेंद्र प्रताप सिंह द्वारा की जा रही है. समर कैंप आगामी 20 जून तक आयोजित की जायेगी. यह गणितीय समर कैंप शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली संगठन प्रथम के सहयोग से आयोजित की जा रही है. गणितीय समर कैंप के बच्चों को विभिन्न संस्थानों व संगठनों से जुड़े छात्र छात्राएं पढ़ायेंगे. इसके लिए एक हजार 600 गांव में करीब 24 हजार गणित में कमजोर छात्रों को पढ़ाया जा रहा है. प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के जिला साधन सेवी अमरेश कुमार ने बताया कि वॉलंटियर्स के रूप में पंजीकृत छात्र डायट, एनसीसी, शिक्षा साधन सेवी, जीविका, एनजीओ व अन्य संस्थानों से जुड़े है. अधिकांश स्वयंसेवी खुद भी पढ़ाई कर रहे है. वे अर्जित ज्ञान को बच्चों के साथ बांट रहे है. चयनित प्रारंभिक विद्यालयों में पढ़ने वाले चौथी पांचवीं और छठी कक्षा के गणित में कमजोर बच्चों को समुदाय स्तर पर पढा रहे हैं. प्रत्येक कैंप में 10 से 15 छात्रों को रखा गया है. संचालित हो रहे समर कैंप में सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की किसी प्रकार की भूमिका नहीं है. खेल एवं कहानी के माध्यम से छात्रों को दिया जा रहा है ज्ञान 1600 गांव में संचालित हो रहे समर कैंप में छात्र-छात्राओं को खेल व कहानी के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है. मालूम हो कि गणित शिक्षा विभाग के दिशानिर्देश पर प्रथम संस्था ने बच्चों को गणित पढ़ाने के लिए आगे आये युवा व छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया है. डीईओ ने बताया कि बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन सुबह सात से नौ बजे और शाम पांच से सात बजे तक समर कैंप आयोजित किया जा रहा है. शैक्षणिक गतिविधियों में वार्मअप, संवाद, गणित की कहानियां, शाब्दिक सवाल और माथापच्ची शामिल हैं. गणितीय खेलों में संख्याओं का पिटारा, तीसरा कौन, कौन बड़ा-कौन छोटा, कैलेंडर से दोस्ती और सेंचुरी बनाओ जैसे नवाचार शामिल किये गये हैं. जोड़ घटाव नहीं पहचान वाले छात्रों को किया गया है चिन्हित- सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी सुरेश राम ने बताया कि जिले में संचालित हो रहे गणितीय समर कैंप में कक्षा पांचवी व छठी के लिए वैसे बच्चे को चिह्नित किया गया है, जो न तो संख्या को पहचानते हैं और न ही जोड़-घटाव जानते है. चिह्नित किये गये ऐसे बच्चे गर्मी की छुट्टी में समर कैंप के माध्यम से गणित की पढ़ाई करेंगे. समर कैंप में ऐसे बच्चों को प्रतिदिन एक से डेढ़ घंटे स्वयंसेवक द्वारा समर कैंप आयोजित कर पढ़ाया जा रहा है. इधर इस संबंध में जानकारी देते हुए डीपीओ स्थापना अवधेश कुमार ने बताया कि जिला के लगभग 1600 से अधिक गांव में गणितीय समर कैंप संचालित की जा रही है जिसमें कक्षा पांचवीं व छठवीं के 24 हजार छात्रों को गणितीय शिक्षा दी जा रही है.
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