प्रतिनिधि,सीवान. शुक्रवार को सीवान के जिला यक्ष्मा केंद्र में टीबी की दवा की कमी के कारण निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे 30 से अधिक मरीजों को बिना दवा के वापस लौटना पड़ा. मरीजों ने बताया कि काउंटर पर मौजूद कर्मचारियों ने दवा खत्म होने की जानकारी दी. जानकारी के अनुसार, निजी अस्पतालों में टीबी का इलाज करा रहे मरीजों की देखभाल एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा की जाती है. एनजीओ की एक महिला कर्मचारी ने बताया कि शुक्रवार को 3 एफडीसी (फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन) दवा के जरिए केवल 10 मरीजों को दवा दी जा सकी, जबकि दवा खत्म होने के कारण 30 से अधिक मरीजों को खाली हाथ लौटना पड़ा.पूछताछ में यह भी सामने आया कि जिला यक्ष्मा केंद्र में 3एफडीसी दवा उपलब्ध थी.यदि एनजीओ के कर्मचारियों ने प्रयास किया होता, तो केंद्र से दवा लेकर मरीजों को उपलब्ध कराई जा सकती थी. बावजूद इसके, एनजीओ कर्मचारियों ने ऐसा नहीं किया, जबकि उन्हें मरीजों के लिए दवा जिला यक्ष्मा केंद्र से ही प्राप्त होती है.मरीजों का कहना है कि दवा की अनुपलब्धता से उनका इलाज प्रभावित हो रहा है.स्थानीय लोगों ने जिला यक्ष्मा केंद्र और एनजीओ से दवा वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने की मांग की है. जिला यक्ष्मा केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि दवा वितरण सोमवार से नियमित रूप से शुरू हो जायेगा और ऐसी स्थिति दोबारा नहीं होगी.
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