सीवान. गर्मी का सितम लगातार बरकरार है. विगत एक सप्ताह से सूर्य के तेवर काफी सख्त हो गये है. धूप की तपिश में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इससे लोग परेशान हैं.
गुरुवार को अधिकतम 40 व न्यूनतम 32 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. आर्द्रता 46 फीसदी के होने तथा पुरवा हवा बहने के चलते उमस से लोग परेशान रहे. सुबह से ही निकले सूर्यदेव की किरणों में तपिश का अहसास था. सुबह से ही धूप का हमला पूरी तेजी के साथ शुरू हो गया. दोपहर आते-आते तापमान पूरे शबाब पर पहुंच गया. लोग तीखी धूप व उमस से बचने के लिए घरों में दुबक कर बैठ गये. जो लोग मजबूरी में निकले भी, उनकी हालत भीषण गर्मी से खराब रही. तीखी धूप ने ऐसा तांडव मचाया है कि लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है. तेज धूप होने के कारण हीट स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ गया है. शाम के समय मौसम कुछ ठंडा होने पर लोग घरों से बाहर निकल पा रहे हैं.लू व मौसमी बीमारियों का बढ़ा प्रकोप
तीखी धूप व गर्मी के चलते लू व मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है. सरकारी सहित निजी अस्पतालों में वायरल फीवर, सर्दी जुकाम, चर्म रोग, एलर्जी व डायरिया से पीड़ित लोग इलाज कराने के लिए आ रहे है. मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. चिकित्सक डॉ संजय गिरी ने बताया कि वर्तमान में जो मौसम हो रहा है, वह सेहत के लिए ठीक नही है. सावधानी अपनाकर ही रोगों से बचा जा सकता है. खान-पान व रहन-सहन में बदलाव लोगों को करना चाहिए. लोगों को धूप से परहेज करना चाहिए.सूखने लगे पोखर व तालाब, प्यासे भटक रहे पशु-पक्षी
भीषण गर्मी से इंसान सहित पशु पक्षियों की भी हालत खराब है. शहर व ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश पोखरा और तालाब सुख गये है. वहीं नहरों में पानी है. इससे पशु पक्षियों को परेशानी हो रही है. पानी के अभाव में आवारा व जंगली पशु इधर उधर-भटक रहे हैं. पानी नहीं मिलने के कारण जानवरों की मौत भी हो जा रही है. इस गंभीर समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों ने बताया कि यदि सरकार इन जीव-जंतुओं के संरक्षण के लिए जगह-जगह पानी की व्यवस्था नहीं करती है, तो बहुत से जीव-जंतु विलुप्त हो जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है