सीवान. ग्रीष्मावकाश में स्कूलों में स्थापित पोषण वाटिका की निगरानी रसोइया व सहायक को करनी होगी. इस संबंध में मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक विनायक मिश्र ने डीपीओ एमडीएम को निर्देश दिया है. निदेशक ने कहा है कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत आच्छादित विद्यालयों में पोषण वाटिका का निर्माण हो रहा है. कई विद्यालयों में पहले से पोषण वाटिका है. ग्रीष्मावकाश में विद्यालयों में छुट्टी रहेगी. ऐसे में पोषण वाटिका की देखरेख की जरूरत है. उसमें लगी साग-सब्जी की सिंचाई व वाटिका का प्रबंधन किया जाना है. ग्रीष्मावकाश की अवधि में पोषण वाटिका के फसल को नुकसान से बचाना है. पोषण वाटिका प्रबंधन,सिंचाई व देखभाल के लिए रसोइया को लगाया जाये. इस कार्य के लिए जो रसोइया स्वैच्छिक रूप से तैयार हों, उन्हें लगाया जाये. इस अवधि में पोषण वाटिका में उत्पादित साग सब्जी का उपयोग रसोइया व विद्यालय के आसपास के बच्चे कर सकते हैं. विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को कहा गया है कि वे पोषण वाटिका के प्रबंधन व देखरेख को लेकर अपने स्तर से पत्र जारी करें.
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